रांची : हमारे और आपके जैसा हो हमारा सांसद

रांची : हमारा सांसद मेरे और आप जैसा हो. जन आकांक्षाओं को समझता हो तथा जो अपने क्षेत्र की समस्याओं को निबटाने को तत्पर व संघर्षरत रहे. वह संसद में चुपचाप बैठ कर अपने पांच साल बीता देने वाला न हो. वह अपना पर्याप्त समय अपने निर्वाचन क्षेत्र को दे. उसमें अपने क्षेत्र को हर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 18, 2019 9:26 AM
रांची : हमारा सांसद मेरे और आप जैसा हो. जन आकांक्षाओं को समझता हो तथा जो अपने क्षेत्र की समस्याओं को निबटाने को तत्पर व संघर्षरत रहे. वह संसद में चुपचाप बैठ कर अपने पांच साल बीता देने वाला न हो. वह अपना पर्याप्त समय अपने निर्वाचन क्षेत्र को दे. उसमें अपने क्षेत्र को हर क्षेत्र में उन्नत बनाने की प्रतिबद्धता हो. पढ़ा-लिखा हो, तो सोने में सुहागा.
हां, एक बात और, वह भ्रष्टाचार से दूर रहे और उसकी कर्मठता और जुझारूपन ही उसकी विशिष्ट पहचान हो. दल से जुटा रहना उसके लिए आवश्यक है, लेकिन उसमें पार्टी लाइन से अलग रहकर सच्चाई का साथ देने की भी ताकत हो. अगर वह पहली बार का उम्मीदवार हो, तो यह भी देखना होगा कि उसका रुख सामाजिक मुद्दों पर स्पष्ट है या नहीं. उसकी छवि साफ हो तथा वह किसी घृणित फौजदारी मुकदमे का आरोपी न हो. जाति और धर्म से ऊपर एक सम्यक सोच का स्वामी होना चाहिए हमारा सांसद.
(विक्रमादित्य प्रसाद, झारखंड उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश सह साहित्यकार हैं)

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