रांची : स्वाइन फ्लू के खौफ से कमरे में बंद रहे लालू

रांची : रिम्स के पेइंग वार्ड मे भर्ती चारा घोटाले के सजायाफ्ता लालू प्रसाद स्वाइन फ्लू के खौफ से रविवार को अपने कमरे (11-A ) में बंद रहे. लालू प्रसाद को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी से स्वाइन फ्लू के संक्रमित होने का भय दिख रहा है. वह अपने कमरे से दिन में न […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 18, 2019 7:42 AM
रांची : रिम्स के पेइंग वार्ड मे भर्ती चारा घोटाले के सजायाफ्ता लालू प्रसाद स्वाइन फ्लू के खौफ से रविवार को अपने कमरे (11-A ) में बंद रहे. लालू प्रसाद को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी से स्वाइन फ्लू के संक्रमित होने का भय दिख रहा है.
वह अपने कमरे से दिन में न तो टहलने के लिए निकले और न ही वह धूप में बैठने के लिए आये. हालांकि दोपहर बाद मौसम खराब हो गया था, लेकिन दोपहर तक धूप था. सूत्रों की मानें ताे लालू प्रसाद को एहतियातन कमरे में रहने को कहा गया है.
डॉक्टर तनिक भी लापरवाही नहीं बरतना चाहते हैं, जिससे लालू प्रसाद स्वाइन फ्लू की चपेट में आ जाये. इधर लालू प्रसाद की सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मी व नर्सिंग स्टॉफ भी स्वाइन फ्लू के मरीज के पेइंग वार्ड में आने से भयभीत है. सीनियर से लेकर जूनियर स्टॉफ तक चेहरे पर मास्क लगाये हुए दिखे. इसके अलावा रिम्स के सुरक्षाकर्मी भी भय से मास्क लगाये हुए थे.
जानकारी के अनुसार शनिवार की रात में पेइंग वार्ड में भर्ती होने के बाद करीब 200 से ज्यादा मास्क का उपयोग हो चुका है. रिम्स के फिजिसियन डॉ डीके झा ने कहा कि स्वाइन फ्लू सूअरों के संपर्क में आने से नहीं होता है, बल्कि संक्रमित रोगी के संपर्क में अाने से होता है. तीन फुट के दायरे में आता है. यह सांस से फैलता है. इसके लक्षण सामान्य फ्लू की तरह ही होता है.
मरीज के बिस्तर को छूने से या मरीज के संपर्क के आने पर एक से दो दिन में इसके लक्षण सामने आ जाता है. मरीज सात दिन तक दूसरे को संक्रमित कर सकता है. इसकी दवा उपलब्ध है. हालांकि, मृत्यु दर 20% होती है, लेकिन 80% मरीज पूरी तरह ठीक हो जाते हैं. टीआर एचवनएनवन वायरस होता है.

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