झामुमो को झटका दे सकते हैं विधायक चमरा लिंडा, लोहरदगा पर लगायेंगे दांव

गठबंधन में लोहरदगा सीट कांग्रेस के खाते में जाने के आसार, भाजपा के संपर्क में हैं चमरा रांची : झामुमो से विशुनपुर के विधायक चमरा लिंडा का मन-मिजाज झामुमो में नहीं लग रहा है. विधायक लोहरदगा से दांव लगाना चाहते हैं. यूपीए गठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में जाता देख चमरा की बेचैनी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 16, 2019 2:53 AM
  • गठबंधन में लोहरदगा सीट कांग्रेस के खाते में जाने के आसार, भाजपा के संपर्क में हैं चमरा
रांची : झामुमो से विशुनपुर के विधायक चमरा लिंडा का मन-मिजाज झामुमो में नहीं लग रहा है. विधायक लोहरदगा से दांव लगाना चाहते हैं. यूपीए गठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में जाता देख चमरा की बेचैनी बढ़ी है. वह लोहरदगा सीट से चुनाव लड़ने के लिए राजनीतिक ठौर तलाश रहे हैं.
विधायक चमरा भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं. भाजपा के आला नेताओं से उनकी बात हुई है. हालांकि यह सीट केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत की है. भाजपा सहित संघ में सुदर्शन भगत की अच्छी पैठ है. ऐसे में विधायक चमरा फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं.
पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद ही विधायक कोई निर्णय लेंगे. उल्लेखनीय है कि चमरा ने पिछले चुनाव में झामुमो के टिकट पर चुनाव जीता था. इससे पहले वह निर्दलीय विधायक भी रहे हैं. इस इलाके मेें इनकी पकड़ मजबूत बतायी जा रही है.
हेमंत से मिल कर चमरा ने रखी है अपनी बात
विधायक चमरा लिंडा पार्टी नेता हेमंत सोरेन से मिल चुके हैं. पिछले दिनों वह अपने समर्थकों के साथ श्री सोरेन से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने लोहरदगा सीट से अपनी दावेदारी पेश की थी. वहां के राजनीतिक हालात की जानकारी दी थी.
चमरा की दलील है कि यह सीट झामुमो अपने खाते में रखे, तो वह सीट निकाल लेंगे. लेकिन इस सीट पर कांग्रेस के कई दूसरे दिग्गज चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, छत्तीसगढ़ के प्रभारी अरुण उरांव और रामेश्वर उरांव की इस सीट पर दावेदारी है़
राज्यसभा चुनाव में चमरा ने दिया था झामुमो को गच्चा : झामुमो के प्रति विधायक चमरा लिंडा की निष्ठा कटघरे में रही है. राज्यसभा चुनाव में भी चमरा ने झामुमो को गच्चा दिया था.
राज्यसभा चुनाव में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के छोटे बेटे बंसत सोरेन भाग्य अाजमा रहे थे. पार्टी के विधायक चमरा अंतिम समय तक वोट देने नहीं पहुंचे. यूपीए के घटक दलों ने काफी मशक्कत की, लेकिन चमरा वोट देने नहीं आये. राज्यसभा चुनाव में बंसत सोरेन को हार का मुंह देखना पड़ा था़

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