वामदलों को महागठबंधन से आस, टूटा तो होंगे एकजुट

रांची : वाम दलों को अभी भी यह उम्मीद है कि महागठबंधन में उनको स्थान मिल सकता है. महागठबंधन द्वारा सीटों की घोषणा के बाद अगली रणनीति पर काम करेंगे. उनका कहना है कि वामदल एकजुट होकर भाजपा को हटाने के लिए चुनाव लड़ेंगे. वामदल एक-दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी नहीं देंगे. शुक्रवार को माकपा, भाकपा, […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 16, 2019 2:52 AM

रांची : वाम दलों को अभी भी यह उम्मीद है कि महागठबंधन में उनको स्थान मिल सकता है. महागठबंधन द्वारा सीटों की घोषणा के बाद अगली रणनीति पर काम करेंगे. उनका कहना है कि वामदल एकजुट होकर भाजपा को हटाने के लिए चुनाव लड़ेंगे. वामदल एक-दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी नहीं देंगे. शुक्रवार को माकपा, भाकपा, माले और मासस की बैठक हुई.

प्रेस से बात करते हुए भाकपा राज्य सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि महागठबंधन से हजारीबाग सीट मांगी गयी है. महागठबंधन हजारीबाग सीट देगा, तो और कहीं चुनाव नहीं लड़ेंगे. अगर महागठबंधन ने सीट नहीं दिया, तो भाकपा और कुछ सीटों पर चुनाव लड़ सकता है.
माले के जनार्दन प्रसाद ने कहा कि हमलोगों की दावेदारी कोडरमा और पलामू सीट पर है. कोडरमा में हम कई चुनाव से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. माकपा राज्य सचिव गोपीकांत बख्शी ने कहा कि राजमहल से चुनाव लड़ेंगे.
गोपीन सोरेन माकपा के प्रत्याशी होंगे. जिन सीटों पर वामदलों के प्रत्याशी नहीं होंगे, वहां भाजपा हटाओ नारे के साथ चुनाव लड़ा जा रहा है. मासस के आनंद महतो ने कहा कि हम कई मोरचे पर संघर्ष कर रहे हैं. जनता की आवाज बनने की कोशिश में हैं. 1977 से लेकर 2014 तक धनबाद सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं. इस बार भी चुनाव लड़ेंगे.
25 मार्च को होगी माले प्रत्याशी की घोषणा : माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने बताया कि 25 मार्च को कोडरमा और पलामू लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले पार्टी प्रत्याशी के नामों की घोषणा कर दी जायेगी. इसी दिन यहां का घोषणा पत्र भी जारी किया जायेगा. इसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य भी शामिल होंगे.

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