रांची : पूरे देश में धर्मांतरण निषेध कानून लागू किया जाये

रांची : रोहतासगढ़, बिहार में उरांव जनजातियों की दो दिवसीय तीर्थ यात्रा सह धर्म संसद का आयोजन किया गया है. इसमें मंगलवार को झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति धुर्वा के अध्यक्ष मेघा उरांव ने कहा कि पूरा देश धर्मांतरण के मामलों से जूझ रहा है़ रांची में कुड़ुख ग्रंथ का प्रकाशन हुआ है, जिसमें आदिवासी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 20, 2019 9:16 AM
रांची : रोहतासगढ़, बिहार में उरांव जनजातियों की दो दिवसीय तीर्थ यात्रा सह धर्म संसद का आयोजन किया गया है. इसमें मंगलवार को झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति धुर्वा के अध्यक्ष मेघा उरांव ने कहा कि पूरा देश धर्मांतरण के मामलों से जूझ रहा है़
रांची में कुड़ुख ग्रंथ का प्रकाशन हुआ है, जिसमें आदिवासी समाज के खिलाफ बातें लिखी गयी हैं. इसका आदिवासी समाज विरोध कर रहा है. सरकार से मांग की गयी कि पूरे देश में धर्मांतरण निषेध कानून लागू किया जाये़ जिन आदिवासियों ने अपना मूल धर्म छोड़ दिया है, उन्हें जनजाति के लाभ से वंचित किया जाये़ राज्यों में जनजाति आयोग का भी गठन हो़
कार्यक्रम को कृष्णा भगत, अनीता उरांव, वंशीधर उरांव, गणेश राम भगत, सुनील फकीरा कच्छप, राजेश उरांव, सुरेंद्र उरांव, नंद कुमार भगत, श्याम लाल उरांव, बिरसा भगत, विशु उरांव, मानसाय उरांव, सुधेश्वर उरांव व अन्य ने भी संबोधित किया़
हर राज्य के प्रतिभागियों ने उरांव समाज की परंपरा, संस्कार, रीति-रिवाजों को सुरक्षित रखने का संकल्प लिया. इससे पूर्व दो मिनट का मौन रख शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी़ कार्यक्रम की अध्यक्षता जगदेव राम उरांव व संचालन संदीप उरांव ने किया़ इस अवसर पर झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश सहित विभिन्न प्रदेशों के प्रतिभागी मौजूद थे़

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