रांची : नक्सली प्रवील दा की गिरफ्तारी मामले में गवाही

रांची : भाकपा माओवादी की स्पेशल एरिया कमेटी अर्थात सैक के सदस्य रहे प्रवील दा की गिरफ्तारी के चार साल पुराने मामले में गुरुवार को दुमका के प्रथम अपर जिला व सत्र न्यायाधीश तौफिकुल हसन के न्यायालय में दुमका जिले के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अनूप टी मैथ्यू की गवाही हुई. श्री मैथ्यू अभी मुंबई में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 11, 2019 9:44 AM
रांची : भाकपा माओवादी की स्पेशल एरिया कमेटी अर्थात सैक के सदस्य रहे प्रवील दा की गिरफ्तारी के चार साल पुराने मामले में गुरुवार को दुमका के प्रथम अपर जिला व सत्र न्यायाधीश तौफिकुल हसन के न्यायालय में दुमका जिले के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अनूप टी मैथ्यू की गवाही हुई.
श्री मैथ्यू अभी मुंबई में सीबीआई में हैं. उन्हीं के द्वारा गठित की गयी टीम ने प्रवील को रामगढ़ थाना क्षेत्र के हड़वाडंगाल के पास से गिरफ्तार किया था. 26 सितंबर 2014 को माओवादियों का जमावड़ा देख कर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अनूप टी मैथ्यू को सूचना मिली थी कि इस नक्सलियों के जुटान में प्रवील दा भी शामिल हैं.
इसकी संलिप्तता पाकुड़ एसपी अमरजीत बलिहार की हत्या जैसे कांडों में रही है. इसके बाद श्री मैथ्यू ने एक टीम का गठन किया. टीम ने छापेमारी कर प्रवील दा को गिरफ्तार किया. उसकी निशानदेही पर इंसास व कारतूस बरामद हुआ था. केस में कुल 10 गवाही हुई है. गुरुवार को तत्कालीन एसपी अनूप टी मैथ्यू और पुलिस उपनिरीक्षक रामदेव हाजरा की गवाही हुई.
मिल चुकी है फांसी की सजा : पाकुड़ के एसपी अमरजीत बलिहार व उनके पांच अंगरक्षकों की हत्या मामले में प्रथम अपर जिला व सत्र न्यायाधीश तौफिकुल हसन की अदालत ने 26 सितंबर 2018 को नक्सली प्रवीर दा उर्फ सुखलाल मुर्मू के अलावा सनातन बास्की उर्फ ताला दा को फांसी की सजा सुनायी थी. गुरुवार को आर्म्स एक्ट के मामले में प्रवील की गवाही वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये की गयी.

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