व्हाट्सएप से योगेंद्र साव व निर्मला देवी पर चार्जफ्रेम करने का मामला, हजारीबाग पीडीजे ने कोर्ट को भेजी रिपोर्ट

रांची : व्हाट्सएप कॉल के सहारे आरोप गठन के मामले में हजारीबाग के प्रधान जिला जज ने अपनी रिपोर्ट झारखंड हाइकोर्ट को भेज दी है. चीफ जस्टिस अनिरुद्ध बोस फिलहाल बाहर हैं. उनके आने के बाद हाइकोर्ट द्वारा निर्णय लिये जाने की संभावना है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रधान जिला जज ने अपनी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 12, 2018 7:34 AM
रांची : व्हाट्सएप कॉल के सहारे आरोप गठन के मामले में हजारीबाग के प्रधान जिला जज ने अपनी रिपोर्ट झारखंड हाइकोर्ट को भेज दी है. चीफ जस्टिस अनिरुद्ध बोस फिलहाल बाहर हैं. उनके आने के बाद हाइकोर्ट द्वारा निर्णय लिये जाने की संभावना है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रधान जिला जज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 19 अप्रैल को आरोप गठन की प्रक्रिया की गयी थी. इसमें वीडियो कांफ्रेंसिंग का उपयोग किया गया था.
लगभग एक घंटे तक वीडियो कांफ्रेंसिंग होती रही. बीच में तकनीकी फॉल्ट आ जाने के कारण कुछ देर के लिए व्हाट्सएप का सहारा लिया गया था. इसकी जानकारी योगेंद्र साव ने सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी याचिका में भी कहा है.
हाइकोर्ट ने पीडीजे से मांगा था जवाब
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट की तीखी टिप्पणी के बाद झारखंड हाइकोर्ट ने पीडीजे से जवाब मांगा था. उल्लेखनीय है कि हजारीबाग के एडीजे अमित शेखर की अदालत ने ढेंगा गोलीकांड मामले में पूर्व मंत्री योगेंद्र साव व उनकी पत्नी विधायक निर्मला देवी के खिलाफ व्हाट्सएप कॉल के सहारे आरोप गठित किया था.
इस पर आरोपियों नेे विरोध दर्ज कराया था. बाद में योगेंद्र साव ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर झारखंड में अपने विरुद्ध दर्ज सभी मामलों को दिल्ली स्थित कोर्ट में ट्रांसफर करने का आग्रह किया था. उनका कहना था कि ऐसा लगता है कि उन्हें झारखंड में न्याय नहीं मिलेगा.

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