सदन में भिड़े रघुवर और हेमंत : हंगामा, झामुमो का वाॅकआउट

रांची : विधानसभा के मॉनसून सत्र के अंतिम दिन शनिवार को भी प्रश्नकाल नहीं चला. हंगामे के कारण पहली पाली में दो बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. दूसरी पाली में झामुमो ने वॉकआउट िकया. पहली पाली में सीएम रघुवर दास व नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ही आपस में भिड़ गये. सदन में शनिवार को स्कूलों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 22, 2018 2:26 AM
रांची : विधानसभा के मॉनसून सत्र के अंतिम दिन शनिवार को भी प्रश्नकाल नहीं चला. हंगामे के कारण पहली पाली में दो बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. दूसरी पाली में झामुमो ने वॉकआउट िकया. पहली पाली में सीएम रघुवर दास व नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ही आपस में भिड़ गये. सदन में शनिवार को स्कूलों के विलय का मामला उठा. विलय की प्रक्रिया पर पक्ष व विपक्ष के नेताओं ने सवाल उठाये. हंगामे के बीच संसदीय कार्यमंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने अपनी बात रखी.
विपक्ष हमेशा सदन बाधित कर रहा : नीलकंठ मुंडा के बाद सीएम रघुवर दास बोलने उठे, कहा : सदन में 81 सदस्य हैं. विपक्ष हमेशा सत्र को बाधित कर रहा है. सदन में लालकृष्ण आडवाणी की बात हो रही है. शालीनता की बात हो रही है. मुख्यमंत्री ने कहा : जिसने राज्य को लूटा. सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन किया. वही जल, जंगल, जमीन की बात करते हैं. मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन सहित झामुमो के सभी विधायक खड़े हो गये.
नोंक-झोक शुरू हो गयी. हेमंत सोरेन ने कहा : हां हमारे बाप-दादा की जमीन है. ये हमारी जमीन है. यहां प्रवासी लूट रहे हैं. बाहर से आये लोगों ने लूटा है. सदन में जारी हंगामे के बीच मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष के बीच तू-तू, मैं-मैं शुरू हो गया. मुख्यमंत्री ने कहा : जाओ पता लगा लो, मेरा कहां-कहां घर है. एक घर नहीं मिलेगा. एक दिन में छह-छह रजिस्ट्री करा रहे हैं और बात कर रहे हैं. इसके बाद सदन में हंगामा और बढ़ गया. हंगामे के बीच झाविमो विधायक प्रदीप यादव खड़े हुए, उन्होंने कहा : मुख्यमंत्री शालीनता की बात कर रहे हैं. यही शालीनता है ?
मुख्यमंत्री और प्रदीप यादव के बीच भी नोंक-झोक हुई. सदन के अंदर हंगामा देख कर स्पीकर दिनेश उरांव ने पहली पाली की पूरी कार्यवाही स्थगित कर दी. दूसरी पाली में झामुमो के वाकआउट के बीच सरकार ने सात विधेयक पारित कराये. मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी के नाम पर विश्वविद्यालय का विधेयक भी पारित हुआ़
रघुवर का हमला
राज्य को लूटा, सीएनटी-एसपीटी का उल्लंघन किया, अब जल-जंगल, जमीन की बात करते हैं
हेमंत का पलटवार
हां अपने बाप-दादा की जमीन है, प्रवासी लोगों ने इस राज्य को लूटा
स्पीकर िदनेश उरांव आहत, बोले : सबको देख
रही है जनता, आनेवाले चुनाव में निर्णय देगी
सदन में हो-हंगामे से स्पीकर दिनेश उरांव काफी आहत हुए. मंत्री सीपी सिंह ने सवाल उठाया कि सदन में किस नियमावली के तहत स्कूलों के विलय पर चर्चा हो रही है. यह प्रश्नकाल का समय है. स्पीकर ने कहा : यह कुर्सी मेरी जागीर नहीं है. आपने सर्वसम्मति से मुझे जिम्मेवारी दी है. सदन में टू द प्वाइंट बात नहीं हो रही है.
कोई ऐसी बात कर रहा है, जिससे पूरा सदन अव्यवस्थित हो जाता है. व्यर्थ का समय खत्म किया जा रहा है. इस सदन को सवा तीन करोड़ जनता देख रही है. मैं चाहता हूं कि जनता देखे. मेरी भूमिका भी देखे. हम कहां खड़े हैं, उन्हें पता चले. आनेवाले चुनाव मेें जनता अपना निर्णय देगी. जनता पंच परमेश्वर है.
मेरा कोई बच्चा मिशन स्कूल में नहीं पढ़ा आप बताइए, आपका बच्चा कहां पढ़ता है
सदन में स्कूलों के विलय पर चर्चा के दौरान मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि यहां सरकारी स्कूलों की बात हो रही है. मेरा कोई बच्चा मिशन स्कूल में नहीं पढ़ा है. प्रतिपक्ष के नेता की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप बताइए कि आपका बच्चा कहां पढ़ता है. विलय की प्रक्रिया में कुछ गलती हो सकती है. लेकिन सरकार गुणवत्ता युक्त शिक्षा देना चाहती है.

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