छठव्रतियों ने की परिवार की सुख-समृद्धि व संतान की दीर्घायु की कामना
छठव्रतियों ने की परिवार की सुख-समृद्धि व संतान की दीर्घायु की कामना
:::: दंडवत करते हुए घाट तक गयीं छठव्रती, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुस्तैद था प्रशासन. रामगढ़. रामगढ़ शहर व आसपास के क्षेत्रों में चार दिवसीय छठ महापर्व मंगलवार को संपन्न हो गया. शहर के दामोदर नद के रामगढ़, नयीसराय, बिजुलिया तालाब, जारा टोला, हरहरी नाला, मरार, रांची रोड, सियाराम नगर, शास्त्री नगर, कोठार, कैथा, हुहुआ, गंडके, बूढ़ाखुखरा में छठव्रतियों ने पूजा-अर्चना की. सोमवार की संध्या अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ दिया गया. इस दौरान सभी छठ घाटों पर व्रतियों व श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. घाटों पर पारंपरिक गीतों की गूंज व पूजा की ध्वनियों से वातावरण भक्तिमय बना रहा. छठी मइया से परिवार की सुख-समृद्धि व संतान की दीर्घायु की कामना की गयी. इस दौरान विभिन्न घाटों पर दंडवत करते हुए छठव्रतियों को घाट तक जाते हुआ देखा गया. मान्यता है कि छठी मइया के आशीर्वाद से मनोकामना पूर्ण होने पर लोग ऐसी कठिन साधना का संकल्प लेते हैं. कई संस्थाओं की ओर से घाटों पर विशेष विद्युत सज्जा की गयी थी. कई स्थानों पर तोरण द्वार बनाये गये थे. प्रशासन की ओर से छठ घाटों पर सुरक्षा, रोशनी, स्वच्छता व बैरिकेडिंग की समुचित व्यवस्था की गयी थी. महिला पुलिस बल व छावनी परिषद, नगर परिषद व विद्यूत विभाग के कर्मियों की विशेष तैनाती रही. सभी घाटों पर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैनात थे. सामाजिक संस्थाओं ने फलों का वितरण किया : मारवाड़ी महिला समिति ने थाना चौक के समीप छठ व्रतियों के बीच फलों का वितरण किया. अध्यक्ष निशा जैन ने बताया कि छठ महापर्व लोक आस्था का सबसे बड़ा पर्व है. समिति इस आस्था में सहभागी है. इस दौरान नम्रता जैन, मधु अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, अरुणा जैन ने सहयोग किया. झंडा चौक में छठ महासमिति झंडा चौक ने भगवान भास्कर की प्रतिमा की स्थापना की. यहां भगवान भास्कर की प्रतिमा का पूजन पुजारी राजेश पांडेय ने यजमान पिंकू मिश्रा से संपन्न कराया. मौके पर मनोज कुमार महतो, पीयूष चौधरी, रोहित सोनी मौजूद थे. शहर के मारवाड़ी युवा मंच चेतना शाखा सहित सामाजिक संस्थानों व युवाओं की टीमों ने छठव्रतियों के बीच पूजन सामग्री व प्रसाद का वितरण किया. लोगों ने घरों में किया छठ महापर्व : शहर के विभिन्न छठ घाटों के अतिरिक्त बड़ी संख्या में छठव्रतियों ने अपने घरों में ही छठ महापर्व किया. घर की छत, आंगन या परिसर में ही जल की व्यवस्था कर उदीयमान सूर्य को अर्घ अर्पित किया. व्रतियों ने स्नान कर पारंपरिक विधि-विधान के अनुसार पूजा-अर्चना की. घरों में बने अस्थायी घाटों पर महिलाएं सूर्यदेव को अर्घ देती नजर आयी. परिवार के अन्य सदस्यों ने भी अर्घ देकर सुख-समृद्धि व संतान की दीर्घायु की कामना की.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
