बेमौसम बारिश ने धान की फसल को पहुंचाया नुकसान
बेमौसम बारिश ने धान की फसल को पहुंचाया नुकसान
::::खेतों में जलभराव से फसल सड़ने का है डर, सरकार से मुआवजा राशि देने की मांग
प्रतिनिधि
कुजू. पिछले दो दिनों से बेमौसम बारिश ने मांडू प्रखंड के किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. कुजू, रतवे, छोटकी डूंडी, बूढ़ाखाप, तोपा, ओरला सांडी और आसपास के गांवों में लगभग पक कर तैयार खड़ी धान की फसल पर बारिश कहर बन कर टूटी है. कई जगहों पर खेतों में पानी भर जाने से फसल गिर गयी है. इससे उन्हें धान सड़ने का डर लगा हुआ है. धान की कटाई के समय मौसम के इस अचानक बदलाव से किसान परेशान हैं. किसान कुलदीप दादू, बिनोद मुंडा, रूपलाल महतो, तरुण गिरी, टेकू रविदास ने कहा कि हमलोगों ने मेहनत और पूंजी लगा कर फसल लगायी है. अब जब धान काटने और बेचने का समय आया, तो यह बेमौसम बारिश ने सब कुछ चौपट कर दिया. बारिश से खेतों में पानी भर गया है. धान की फसल जमीन पर गिर गयी है. अगर मौसम जल्द साफ नहीं हुआ, तो हमारी पूरी फसल नष्ट हो जायेगी. किसानों ने सरकार से मुआवजा राशि देने की मांग की है.
सरकार मुआवजा राशि देने का प्रावधान करें : पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि जिले में अधिकांश गांव किसान बहुल क्षेत्र हैं. उनकी जीविका खेती पर निर्भर करती है, लेकिन बेमौसम बारिश ने उनके कार्यों पर पानी फेर दिया है. ऐसे में सरकार को सर्वेक्षण रिपोर्ट तैयार कर मुआवजा राशि देने का प्रावधान करना चाहिए.मुआवजा राशि का अब तक नहीं आया है आदेश : विनिता सिंह
मांडू प्रखंड के प्रभारी कृषि पदाधिकारी विनिता सिंह ने कहा कि मुआवजा से संबंधित सरकार की ओर से कोई आदेश नहीं आया है. हालांकि, जो बारिश हुई है, उसका मेजरमेंट बना कर विभाग को भेज दिया गया है. किसानों से आग्रह है कि अगर किसानों ने धान कटनी का कार्य शुरू किया है. धन को खलिहानों तक पहुंचाया है, तो तत्काल अपने कार्य पर रोक लगानी चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
