पलामू में सर्दी ने बढ़ाया सितम, कोहरा व शीतलहर से जनजीवन बेहाल

न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री पर पहुंचा, 22 दिसंबर तक येलो अलर्ट जारी

By Akarsh Aniket | December 21, 2025 9:35 PM

न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री पर पहुंचा, 22 दिसंबर तक येलो अलर्ट जारी प्रतिनिधि, मेदिनीनगर. जिले में सर्दी ने अब अपना असर तेज कर दिया है. घना कोहरा और शीतलहर के कारण शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. बीते कई दिनों से जिले में यही स्थिति बनी हुई है. 18 दिसंबर की रात घना कोहरा छाया रहा और ओस की बूंदें टपकने से ठंड में अचानक वृद्धि दर्ज की गयी. शुक्रवार को पूरे दिन कुहासा छाया रहा और ओस गिरती रही, जिससे लोग घरों में दुबके रहे. शनिवार को भी करीब 11 बजे तक कुहासा छाया रहा. इसके बाद सूर्यदेव के दर्शन तो हुए, लेकिन ठंड में कोई खास कमी महसूस नहीं की गय. रविवार को पूरे दिन कुहासा छाया रहा और शीतलहर चलती रही. लगातार उत्तरी पछुआ हवा चलने के कारण जिले के तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है. मौसम विभाग के अनुसार जिले का न्यूनतम तापमान गिरकर 6.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. ठंड से बचाव के लिए लोग गर्म कपड़े पहनकर और अलाव जलाकर किसी तरह राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं. सुबह और शाम के समय ठंड का असर सबसे अधिक महसूस किया जा रहा है, जबकि रात में कनकनी ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है. मौसम विभाग ने कोहरा और शीतलहर की स्थिति को देखते हुए 22 दिसंबर तक येलो अलर्ट जारी किया है. इसके बावजूद ठंड से लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सरकार या प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गयी है. सरकारी स्तर पर कंबल वितरण शुरू नहीं हो सका है, जबकि ठंड अब चरम पर पहुंच चुकी है. दिसंबर माह का तीसरा सप्ताह समाप्ति की ओर है और हाड़ कंपा देने वाली ठंड से लोग ठिठुर रहे हैं। इस ठंड का सबसे ज्यादा असर दिहाड़ी मजदूरों, असहायों और गरीब तबके पर पड़ रहा है। मजदूर रोजी-रोटी की तलाश में सुबह घर से निकलते हैं और कोहरा, शीतलहर व ठंड का सामना करते हुए शाम को घर लौटते हैं. शहर में फुटपाथ पर रहने वाले गरीबों का जीवन ठंड के मौसम में और भी कठिन हो गया है. बढ़ती ठंड के बावजूद अंतिम पायदान पर खड़े लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का दावा करने वाले जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी अब तक उदासीन नजर आ रहे हैं. ठंड के मौसम में गरीबों को बांटे जाने वाले सरकारी कंबलों का अब तक कोई अता-पता नहीं है. मेदिनीनगर शहरी क्षेत्र में नगर निगम प्रशासन द्वारा रेलवे स्टेशन, बेलवाटिका चौक, छह मुहान सहित कुछ स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गयी है, लेकिन यह नाकाफी साबित हो रही है. वहीं ग्रामीण इलाकों में ठंड का असर और भी ज्यादा है. प्रशासन की ओर से न तो अलाव की व्यवस्था की गयी है और न ही कंबल वितरण शुरू किया गया है. ऐसी स्थिति में ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब और कमजोर वर्ग की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है