लूटकांड के आरोपी का इलाज के दौरान मौत, कड़ी सुरक्षा के बीच घर से निकला जनाजा
लूटकांड के आरोपी 25 वर्षीय महफूज अहमद की मौत के बाद तीसरे दिन मंगलवार को उसके घर से कड़ी सुरक्षा के बीच जनाजा निकाला गया
नावा बाजार. लूटकांड के आरोपी 25 वर्षीय महफूज अहमद की मौत के बाद तीसरे दिन मंगलवार को उसके घर से कड़ी सुरक्षा के बीच जनाजा निकाला गया और कब्रिस्तान में मिट्टी मंजिल किया गया. मृतक महफूज अहमद पांच भाई थे, जिसमें वह सबसे छोटा था. वह ग्रामीण चिकित्सक का काम करता था, जो फिलहाल पाटन थाना क्षेत्र के भिखही पलवा में अपना क्लीनिक चला रहा था. पुलिस ने लूट कांड के आरोपी महफूज अहमद को पांच मार्च को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. आरोप है कि पुलिस के द्वारा ज्यादा प्रताड़ित करने के दौरान उसे गंभीर चोट आयी थी. रिम्स में इलाजरत था. महफूज अहमद ने 23 मार्च को दम तोड़ दिया था, इसके बाद मृतक का पार्थिव शरीर 25 मार्च की सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच पैतृक आवास नावा बाजार पहुंचा, जहां शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों ने पलामू एसपी के खिलाफ आरोप लगाया कि महफूज की पिटाई के कारण मौत हाे गयी. मृतक के घर पर हुसैनाबाद एसडीपीओ मोहम्मद याकूब, मजिस्ट्रेट शैलेश कुमार, इंस्पेक्टर राम आशीष पासवान, थाना प्रभारी संजय कुमार यादव पहुंचे. इस घटना पर राजद जिलाध्यक्ष धनंजय पासवान, जेएमएम जिला सचिव सोनू सिद्दिकी, पूर्व जिला पार्षद अनुज राम, राजद प्रखंड अध्यक्ष उपेंद्र चौधरी, युवा प्रखंड अध्यक्ष उपेंद्र यादव, समाजसेवी अफजल हुसैन, उस्मान अंसारी, मीर वरिश, पूर्व मुखिया दीपक गुप्ता, प्रदीप यादव, सुदामा प्रसाद समेत सैकड़ों लोग उनके आवास पर पहुंचे और शोक संवेदना प्रकट की.
दोषी पुलिसकर्मी को सजा और परिजनों को मुआवजा देने की मांग
परिजनों के द्वारा लिखित आवेदन हुसैनाबाद एसडीपीओ मोहम्मद याकूब को दिया गया है, मांग में गंभीरता से जांच करते हुए दोषी पुलिस कर्मी को सजा देने, मृतक के एक आश्रित को नौकरी देंने की मांग की गयी है. प्रशासन के द्वारा आवेदन को लेते हुए हर संभव मदद दिलाने कि भरोसा दिलाया है और जांच में दोषी पाये जाने वाले पुलिस कर्मियों को निश्चित रूप से कार्रवाई करते हुए सजा दिलाने का भरोसा दिलाया गया है.
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