बच्चों को तराशना ही असली शिक्षा : डीआइजी
ज्ञान मंदिर स्कूल का स्थापना दिवस मनाया गया
ज्ञान मंदिर स्कूल का स्थापना दिवस मनाया गया
प्रतिनिधि, मेदिनीनगर
पलामू प्रक्षेत्र के डीआइजी नौशाद आलम ने कहा कि हम सभी कारीगर हैं और बच्चों को तराशने का काम कर सकते हैं. जिस तरह से बच्चों को गढ़ा जायेगा, वे उसी प्रकार समाज और देश को दिशा देंगे. कोई नहीं जानता कि कौन-सा बच्चा किस ऊंचाई तक जा सकता है, इसलिए शिक्षकों और अभिभावकों की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों पर विशेष ध्यान दें. डीआइजी ने बदलते शिक्षा-पैटर्न की ओर इशारा करते हुए कहा कि आज की दुनिया तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही है. उसी रफ्तार से बच्चों को भी पढ़ाई में आगे बढ़ना होगा. चुनौतियों का सामना कर ही वे भविष्य में यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकते हैं.32 वर्षों की गौरवशाली यात्रा
विद्यालय के निदेशक विनोद कुमार मिश्र ने बताया कि ज्ञान मंदिर पब्लिक स्कूल की स्थापना 32 वर्ष पूर्व हुई थी. इस अवधि में यहां से पढ़े कई छात्र देश ही नहीं, विदेशों में भी उच्च पदों पर कार्यरत हैं. बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ उनके बौद्धिक विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है, जो छात्र पढ़ाई में कमजोर रहते हैं, उनके लिए स्कूल की ओर से नि:शुल्क कोचिंग की व्यवस्था की जाती है. उन्होंने यह भी कहा कि इस वर्ष विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं ने प्रथम श्रेणी से परीक्षा उत्तीर्ण की है. कई छात्राओं ने 95 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले के टॉप-10 में जगह बनायी है.रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमस्थापना दिवस के अवसर पर बच्चों ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये. मंच संचालन शार्दूल सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक दिलीप तिवारी ने दिया. इस मौके पर आरएन टैगोर स्कूल के प्राचार्य अरविंद पांडेय, बाल भारती स्कूल के प्राचार्य, शिक्षक नरेंद्र तिवारी, नित्यानंद मिश्र, संगीता सिंह, मुकेश सिंह, अभिषेक पांडेय, राकेश वर्मा, राजीव कुमार, अशोक शर्मा, सीमा सिंह, रानी सिंह सहित विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं एवं अभिभावक उपस्थित रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
