गरीब व असहायों की आवाज थे पूरनचंद
प्रखर समाजवादी नेता सह संयुक्त बिहार के पूर्व मंत्री पूरनचंद की पुण्यतिथि मनायी गयी.
मेदिनीनगर. प्रखर समाजवादी नेता सह संयुक्त बिहार के पूर्व मंत्री पूरनचंद की पुण्यतिथि मनायी गयी. इस अवसर पर पूरनचंद विचार मंच ने बाजार क्षेत्र में पुरनचंद चौक (पंचमुहान) के पास कार्यक्रम का आयोजन किया. समाजवादी विचारधारा से जुड़े लोगों ने पूर्व मंत्री पूरनचंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनके विचारों को आमजनों तक पहुंचाने का संकल्प लिया.कार्यक्रम की अध्यक्षता व संचालन मंच के अध्यक्ष रंजन चंद्रवंशी ने किया. कार्यक्रम में शामिल लोगों ने पूर्व मंत्री पूरनचंद के आदर्श जीवन की चर्चा करते हुए उन्हें इमानदार व संघर्षशील समाजवादी नेता करार दिया. उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री पूरनचंद का जीवन सादगी पूर्ण व्यतित हुआ. वे समाज के दबे-कुचले, गरीब असहाय लोगों के आवाज को बुलंद किया.जीवन स्तर को ऊंचा उठाने और उनकी दशा को सुधारने के लिए संघर्ष करते रहे. पूर्व मंत्री पूरनचंद अक्सर कहा करते थे कि समाजवाद के रास्ते ही समाज में अमन चैन स्थापित किया जा सकता है. जनता की आवाज को गोली-बंदूक से नहीं दबायी जा सकती. लोगों ने कहा कि अपने कार्य व्यवहार के बदौलत पूर्व मंत्री पूरनचंद झारखंड के गांधी व गरीबों के मसीहा कहे जाते थे. उनके आदर्श जीवन से नेताओं व कार्यकर्ताओं को सीख लेनी चाहिए. मौके पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष रामदेव प्रसाद यादव, पूर्व अध्यक्ष बलराम तिवारी, ज्ञानचंद पांडेय, अख्तर जमा, धनंजय त्रिपाठी, सीएस दुबे,सुलेमान अंसारी, विश्वनाथ राम, अशोक निगम,अनिल गुप्ता, तारकेश्वर आजाद, मदन राम, महेश भगत, सुलेमान अंसारी,रामदास साहू सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे.
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