एमएमसीएच में फर्जी एसटी जाति प्रमाण पत्र पर नामांकन रद्द
एमएमसीएच में फर्जी एसटी जाति प्रमाण पत्र पर नामांकन रद्द
मेदिनीनगर. पोखराहा स्थित मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज में अनुसूचित जन जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाये जाने के बाद हजारीबाग के छात्र अंशु राज का नामांकन रद्द कर दिया गया है. बताया जाता है कि हजारीबाग के छात्र ने अनुसूचित जनजाति का फर्जी जाति प्रमाण पत्र व स्थानीय प्रमाण पत्र बनवाया था. जिसके आधार पर नीट की परीक्षा पास करने के बाद सात नवंबर 2025 में एमएमसीएच में नामांकन लिया था. जांच के बाद प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया. जिसके बाद मेडिकल कॉलेज 20 दिसंबर को अंशु राज का नामांकन रद्द कर दिया है. मालूम हो की इस वर्ष 99 छात्रों ने नामांकन लिया था, जिसमें 98 छात्र बचे हैं. किसी के द्वारा उसके जाति प्रमाण पत्र को लेकर जेएसएससी व कॉलेज को शिकायत किया गया था. शिकायत के बाद जेएसएससी ने हजारीबाग के डीसी को इस संबंध में जांच के लिए पत्र भेजा था. हजारीबाग डीसी ने एक टीम गठित कर सीओ को जांच करने का निर्देश दिया था. इसके बाद जानकारी मिली कि फर्जी खतियान व कागजात लगाकर अनुसूचित जनजाति व स्थानीय प्रमाण पत्र बनाया था. इसके पूर्व भी पलामू का एक छात्र जो दुमका मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लिया है. जिसके अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र की जांच की जा रही है. छात्र हुसैनाबाद का रहने वाला है. दुमका मेडिकल कॉलेज ने इस छात्रा के जाति प्रमाण पत्र की जांच की गयी, तो उस छात्र के नाम के जगह पर किसी अन्य महिला का नाम दिखा रहा था. इसी तरह का मामला धनबाद मेडिकल कॉलेज में भी पकड़ा गया था. एक माह पूर्व मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज में सामान्य जाति के छात्र व छात्रा फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर नामांकन लेने के लिए आये थे. जिसमें एक छात्रा सामान्य जाति कि थी. उसने ओबीसी का प्रमाण पत्र बनाकर नामांकन लेने के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज में आयी थी. फॉर्म की जांच की गयी, तो पता चला कि वह सामान्य जाति की छात्रा है.
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