राष्ट्र के नवनिर्माण में युवा सहभागी बनें

मेदिनीनगर : झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने युवाओं को अपने दायित्व समझाते हुए राष्ट्र के नवनिर्माण में ऊर्जा लगाने का आह्वान किया. राज्यपाल श्रीमती मुर्मू ने शिवाजी मैदान में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 20 वां प्रांतीय अधिवेशन का उद्घाटन किया. उद्घाटन के बाद राज्यपाल ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की शक्ति […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 18, 2020 11:57 PM

मेदिनीनगर : झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने युवाओं को अपने दायित्व समझाते हुए राष्ट्र के नवनिर्माण में ऊर्जा लगाने का आह्वान किया. राज्यपाल श्रीमती मुर्मू ने शिवाजी मैदान में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 20 वां प्रांतीय अधिवेशन का उद्घाटन किया. उद्घाटन के बाद राज्यपाल ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की शक्ति युवा होते हैं.

भारत युवाओं का देश है. 2011 के जनगणना के रिपोर्ट के मुताबिक देश के आबादी में 65 प्रतिशत युवा है. युवा ही देश के भविष्य हैं. उनके ऊपर राष्ट्र और समाज को संवारने का दायित्व है. इस दायित्व का ईमानदारी पूर्वक निर्वह्न करते हुए राष्ट्र की मजबूती के लिए युवाओं को काम करना चाहिए.
स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श मान कर युवाओं को काम करना चाहिए. केवल कहने नहीं बल्कि करने में यकीन होना चाहिए. कथनी व करनी में एकरूपता जरूरी है. इससे व्यक्तित्व का निर्माण होता है और विश्वसनीयता बढ़ती है. युवा अपनी ऊर्जा को राष्ट्र व समाज के विकास के लिए लगाये. देश की सीमा पर तैनात जवानों से लेकर कई महत्वपूर्ण स्थानों पर युवा अपनी सेवा दे रहे हैं और अपनी दृष्टि से समाज को एक दिशा देने का काम कर रहे हैं.
युवाओं का कार्य भी लोगों को बेहतर करने के लिए प्रेरित कर रहा है. जरूरी यह है कि हम अपने अंदर देश सेवा की भावना को जागृत करते हुए निरंतर समाज व राष्ट्र के प्रति सोच रखकर काम करें. युवा राष्ट्र की शक्ति है.
इसलिए अपने जीवन के सुरक्षा के प्रति भी जवाबदेह रहे. युवाओं में सकारात्मक सोच व साहस पैदा हो इसके लिए उन्हें बेहतर शिक्षा देने की जरूरत है. शिक्षा से ही समर्पण, निष्ठा और देश भक्ति की भावना जागृत होगी. राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा केवल रोजगार का माध्यम नहीं है. बल्कि शिक्षा का मतलब देश में एक सभ्य नागरिक का निर्माण करना भी है. वर्तमान परिवेश में यह देखा जा रहा है कि जब युवा का फोकस सरकारी नौकरी के प्रति अधिक है.
जबकि हकीकत यह है कि कोई भी सरकार सभी पढ़े लिखे युवकों को सरकारी नौकरी नहीं दे सकती. इसलिए यह आवश्यक है कि आज के युवा अपने अंदर की ताकत को पहचान कर नौकरी करने की तलाश करने वाले युवाओं की जगह रोजगार सृजनकर्ता के रूप में अपने आप को डेवलप करें. इससे समाज व राष्ट्र के अंदर एक बेहतर वातावरण का निर्माण होगा.
राज्यपाल ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अधिवेशन के दौरान विद्यार्थियों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला. राज्यपाल ने पलामू का इतिहास व प्रकृति सौंदर्य पर भी चर्चा की. कहा कि पलामू संघर्ष की भूमि रही है. मौके पर नीपी विवि के कुलपति डॉ एसएन सिंह, विधायक कुशवाहा शशिभूषण मेहता, मेदिनीनगर नगर निगम की मेयर अरुणा शंकर, सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ केनेडी, भाजपा प्रदेश मंत्री मनोज सिंह, श्यामनारायण दुबे, नरेंद्र पांडेय सहित अन्य लोग मौजूद थे.

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