छतरपुर : मृत व्यक्ति के खाते से फर्जी तरीके से लाखों रुपये की अवैध निकासी

राजीव सिन्हा छतरपुर : सीएससी संचालक के द्वारा मृत व्यक्ति के खाते से दो लाख रुपया फर्जी तरीके से निकालने का मामला प्रकाश में आया है. नौडीहा बाजार प्रखंड के गुलाबझरी निवासी श्यामदेव भुइयां ने बताया कि मेरे पिता जटाई भुइयां जिनकी मृत्यु 2 दिसंबर 15 को हो गयी थी, जिनका एसबीआई कउवल में बचत […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 22, 2019 9:42 PM

राजीव सिन्हा

छतरपुर : सीएससी संचालक के द्वारा मृत व्यक्ति के खाते से दो लाख रुपया फर्जी तरीके से निकालने का मामला प्रकाश में आया है. नौडीहा बाजार प्रखंड के गुलाबझरी निवासी श्यामदेव भुइयां ने बताया कि मेरे पिता जटाई भुइयां जिनकी मृत्यु 2 दिसंबर 15 को हो गयी थी, जिनका एसबीआई कउवल में बचत खाता नम्बर 33410338381 में एक लाख सन्तानवे हजार एक सौ उनतीस रुपये थे.

इसके भुगतान की जानकारी के लिए मैं जुलाई 17 में लक्ष्मीपुर स्थित छत्तरपुर एसबीआई के द्वारा संचालित ग्राहक सेवा केंद्र में गया और संचालक प्रदीप कुमार को अपने पिता का पासबुक दिखाकर पैसे की भुगतान की जानकारी मांगी, उसी दौरान प्रदीप ने मेरे पिता का बैंक पासबुक का फोटोकॉपी ले लिया और बोला कि शाखा प्रबंधक से बात कर राशि का भुगतान करा दूंगा.

दो वर्ष बीत जाने के बाद भी पैसे का भुगतान नहीं कराया गया. जब मैं अपना बैंक पासबुक लेकर बैंक गया और पासबुक अपडेट कराया तो पाया कि मेरे खाते से फर्जी तरीके से उक्त सीएससी संचालक ने तेईस हजार रुपये की निकासी कर ली है, जिसके बाद मैंने अपने पिता की पासबुक अपडेट करायी तो पाया कि उसमें मात्र 997 रुपये बचे हैं. जब इसकी जांच करायी तो पाया कि प्रदीप के द्वार तीन अगस्त 17 से लेकर 16 अगस्त तक प्रति दिन दस से बीस हजार रुपये उक्त खाते से फर्जी तरीका से निकाले गये थे.

इस बाबत पिछले कई माह से बैंक में शिकायत की पर कोई करवाई नहीं हुई, जिसके बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शम्भू कुमार सिंह से शिकायत की तो उन्होंने थाना जाकर आवेदन देने को कहा तो हमने छत्तरपुर थाना में लिखित शिकायत की.

कैसे किया गया फर्जीवाड़ा : सीएससी संचालक प्रदीप कुमार के द्वारा मृतक जटाई भुइयां की पासबुक की छायाप्रति लेकर संचालक अपनी आधार कार्ड में कम्प्यूटर के सहारे मृतक का नाम, पता व फोटो लगाकर फर्जी आधार बनाकर बैंक के अधिकारियों को झांसा दे या फिर मिलीभगत कर मृतक के खाते में अपनी आधार लिंक करा लिया व प्रतिदिन दस हजार की निकासी व दस हजार अपने या भाई के खाते में ट्रांसफर कर 12 दिनों में सारी राशि अपनी अंगूठे की मदद से निकाल लिये. क्योंकि आधार के माध्यम से प्रत्येक दिन दस हजार निकासी व 10 हजार दूसरे खाता में ट्रांसफर करने का प्रावधान है इसलिए उक्त संचालक के द्वारा बारह दिनों में खाता में जमा कुल राशि की फर्जीवाड़ा कर निकासी कर ली गयी.

सीएसपी संचालक प्रदीप का भाई अजित कुमार पटेल भी सैकड़ों खाता धारी के खाते से फर्जी निकासी के आरोप में जेल में बंद है. अजित के नाम से पिपरा बाजार में सीएससी था. जहां अजित ने सैकड़ों खाताधारी के खाते से लाखों रुपये की फर्जी तरीके से निकासी कर ली गयी थी.

क्या कहते है शाखा प्रबंधक

एसबीआई छत्तरपुर के शाखा प्रबंधक राजीव कुमार रंजन ने बताया कि चूंकि मृतक का खाता कउवल शाखा में है तो करवाई वहीं से संभव है और मेरे पास किसी भी व्यक्ति ने कोई शिकायत नहीं कि अगर मेरे पास शिकायत आती है तो पुलिस की मदद लेकर दोषी सीएससी संचालक के विरुद्ध कानूनी करवाई की जायेगी. डीएसपी शम्भू कुमार सिंह ने कहा कि भुक्तभोगी शिकायत लेकर आया था. जिस बाबत थाना प्रभारी को जांच कर अग्रतर करवाई करने का निर्देश दिया गया है.

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