सफाई व्यवस्था ठीक करने के लिए सात जोन बने

मेदिनीनगर :मेदिनीनगर नगर निगम की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए सात जोन कार्यालय स्थापित कर दिया गया है. जोनल कार्यालय सितंबर माह से काम करने लगेगा. इसका उद्देश्य निगम के कार्यों को सुवस्थित तरीके से संचालित करना है. पदभार ग्रहण करने के बाद अपने पहले प्रेस कांफ्रेंस में नगर आयुक्त दिनेश प्रसाद ने सफाई […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 25, 2019 2:22 AM

मेदिनीनगर :मेदिनीनगर नगर निगम की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए सात जोन कार्यालय स्थापित कर दिया गया है. जोनल कार्यालय सितंबर माह से काम करने लगेगा. इसका उद्देश्य निगम के कार्यों को सुवस्थित तरीके से संचालित करना है. पदभार ग्रहण करने के बाद अपने पहले प्रेस कांफ्रेंस में नगर आयुक्त दिनेश प्रसाद ने सफाई के साथ-साथ शहर के विकास पर चर्चा की. कहा कि मेदिनीनगर नगर निगम को बेहतर स्वरूप मिले, इसके लिए 262 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी मिली है.

इसके तहत शहर के 47 मुख्य सड़कों का चौड़ीकरण के साथ-साथ सिबरेज सिस्टम, डिवायडर, वाहन पार्किंग एवं प्रकाश की समुचित व्यवस्था होगी. टेंडर की प्रक्रिया चल रही है. आचार संहित लगने से पहले इन सड़कों का निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा. इसके अलावा निगम बोर्ड द्वारा 66 सड़क व नाली निर्माण की जो योजना ली गयी है, उसका भी टेंडर आमंत्रित किया गया है. टेंडर फाइनल होते ही कार्य शुरू होगा.
नगर आयुक्त श्री प्रसाद ने बताया कि निगम को सात जोन में बांटा गया था, पर संचालन एक ही जगह से हो रहा था. इस कारण जोन विभक्त होने का लाभ नहीं मिल पा रहा था. सफाई कर्मियों को भी परेशानी हो रही थी. इसलिए जो जोन के परिधि में जो इलाके आयेंगे, वहां काम करने वालेसफाई कर्मी उसी जोनल कार्यालय में आकर रिपोर्टिंग करेंगे. साथ ही हाजिरी भी बनायेंगे. जोनल अध्यक्ष के साथ-साथ वरीय प्रभारी की भी प्रतिनियुक्ति की गयी है.
फेज टू की राशि 100 करोड़ रुपये तक पहुंची
शहरी जलापूर्ति योजना फेज टू का डीपीआर तैयार हो गया है. पूर्व में जो फेज टू का स्वरूप था उसमें 32 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाया जाना था. वर्ष 2005 में जो प्राक्कलन तैयार किया गया था, उसके मुताबिक इस पर 35 करोड़ रुपये खर्च होने थे. लेकिन ससमय कार्य शुरू नही होने के कारण इसका प्राक्कलन बढ़ा. वर्ष 2016 में 53 करोड़ का टेंडर निकला था. काम भी शुरू हुआ. लेकिन ठेकेदार बीच में ही काम छोड़कर भाग गया. इस बीच नगर पर्षद से प्रमोट होकर मेदिनीनगर नगर निगम बना.
वार्ड की संख्या 26 से बढ़कर 35 हो गयी. जो नये इलाके निगम में शामिल हुए, उसे शामिल करते हुए फेज टू की योजना के प्राक्कलन का संशोधन किया गया और इसका डीपीआर नये तरीके से बनाया गया है. शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में नगर आयुक्त दिनेश प्रसाद ने बताया कि डीपीआर 100 करोड़ का तैयार किया गया है. जल्द ही इस मसले पर कार्यकारी एजेंसी जुड़को के साथ निगम के मेयर व डिप्टी मेयर की बैठक होगी.

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