दंतटूटा माइंस में अपराधियों ने तीन पोकलेन सहित कई वाहनों को फूंका

छतरपुर : छतरपुर थाना क्षेत्र के भलही में स्थित दंतटूटा माइंस में बुधवार की रात अपराधियों ने तीन पोकलेन, दो ब्रेकर, दो जेनेरेटर के साथ- साथ माइंस संचालक अंजनी सिंह के वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. इस घटना में करोड़ों का नुकसान हुआ है. गुरुवार को पलामू प्रक्षेत्र के डीआइजी विपुल शुक्ला व पुलिस […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 29, 2019 12:57 AM

छतरपुर : छतरपुर थाना क्षेत्र के भलही में स्थित दंतटूटा माइंस में बुधवार की रात अपराधियों ने तीन पोकलेन, दो ब्रेकर, दो जेनेरेटर के साथ- साथ माइंस संचालक अंजनी सिंह के वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. इस घटना में करोड़ों का नुकसान हुआ है. गुरुवार को पलामू प्रक्षेत्र के डीआइजी विपुल शुक्ला व पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने घटनास्थल का निरीक्षण किया.

पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन शुरू कर दी है. घटना में अपराधियों का हाथ बताया गया है. एसपी इंद्रजीत माहथा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में जो बात उभरकर सामने आयी है, उसके मुताबिक अपराधियों ने ग्रामीणों को ढाल बनाकर माइंस पर हमला किया है. इसमें शामिल पांच अपराधियों की पहचान कर ली गयी है.

जल्द ही उनलोगों को पकड़ा जायेगा. गिरफ्तारी के लिए छापामारी शुरू कर दी गयी है. माइंस संचालक अंजनी सिंह ने बताया कि बुधवार की रात करीब आठ बजे वह दंतटूटा स्थित माइंस परिसर में ही थे. होली के कारण सभी कर्मचारी छुट्टी पर गये हैं. इस कारण माइंस में उत्खनन कार्य बंद था. रात के करीब आठ बजे माइंस कर्मी ने जेनरेटर चलाया. इसी दौरान यह देखा गया कि 20 की संख्या में हथियार से लैस होकर अपराधी माइंस के तरफ पहुंच रहे हैं. यह देख कर माइंस में मौजूद कर्मी, वहां से भाग गये और उन्हें सूचना दी. सूचना मिलने के बाद माइंस संचालक श्री सिंह भी अपने वाहन से माइंस परिसर में पहुंचे.

उन्होंने बताया कि उनका वाहन आता देख अपराधियों ने लक्ष्य कर गोली चलाना शुरू कर दिया. जब वह वहां पहुंचे तो देखा कि माइंस की तीन पोकलेन, दो ब्रेकर व अन्य गाड़ियों में आग लगा दिया है. इसके बाद उनलोगों ने गोलीबारी भी की. करीब 200 चक्र गोली चलायी. मामला रंगदारी से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है. 2014 में भी इस माइंस में अपराधियों ने ड्रील मशीन को आग के हवाले कर दिया था.

2017 में भी दो पोकलेन जला दिया गया था. इधर भी धमकी मिल रही थी, जिसकी जानकारी पुलिस को दी गयी थी. लेकिन स्थानीय पुलिस ने समय रहते इस मामले में अपेक्षित कार्रवाई नहीं की. घटना की जानकारी मिलने के बाद डीआइजी श्री शुक्ला व एसपी श्री माहथा घटनास्थल पर पहुंच कर पूरे मामले की तहकीकात की.

Next Article

Exit mobile version