हत्याकांड का हुआ खुलासा, पति सहित तीन आरोपी हुए गिरफ्तार

मेदिनीनगर : चैनपुर थाना क्षेत्र के चेड़ाबार गांव में 12 मार्च की रात हुई एक विवाहिता फुलटुन देवी की हत्या में शामिल उसके पति सहित सभी तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में पूरे मामले की जानकारी दी. बताया कि पुलिस […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 16, 2019 12:51 AM

मेदिनीनगर : चैनपुर थाना क्षेत्र के चेड़ाबार गांव में 12 मार्च की रात हुई एक विवाहिता फुलटुन देवी की हत्या में शामिल उसके पति सहित सभी तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में पूरे मामले की जानकारी दी.

बताया कि पुलिस ने फुलटुन देवी की हत्या के मामला का उदभेदन करते हुए इसमें शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. एसपी श्री माहथा ने बताया कि मृतका फुलटुन के पिता नंदू सिंह ने बेटी की हत्या के मामले में अपने दामाद सतबरवा के दुलसुमा निवासी संजय सिंह एवं उसके दो दोस्त के खिलाफ चैनपुर थाना में मामला दर्ज कराया था. इसके आधार पर चैनपुर पुलिस ने आरोपियो की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी की जा रही थी.

चैनपुर पुलिस ने हत्या के आरोपी मृतका के पति संजय सिंह एवं उसके दोस्त सदर थाना क्षेत्र के जमुने निवासी इंद्रदेव सिंह एवं रमकंडा थाना क्षेत्र के तेतरडीह निवासी इंद्रदेव प्रसाद उर्फ गुड्डू साव को गिरफ्तार किया है. एसपी ने बताया कि इन लोगों का आपराधिक इतिहास रहा है.

सतबरवा थाना में 8 जनवरी 2014 व 23 दिसंबर 2013 में मामला दर्ज किया गया था. एसपी ने बताया कि हत्या के आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त किये गये चाकू एवं सैमसंग का मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है. पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय (प्रथम) के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था. इसमें चैनपुर थाना प्रभारी सुनीत कुमार, राजीव कुमार, चित्रगुप्त सिंह, सोमप्रकाश कुमार आदि शामिल थे.
अपने दोस्त के साथ पत्नी को संदिग्ध अवस्था में देखा था संजय : पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने बताया कि चेड़ाबार में हुई फुलटुन देवी की हत्या का मुख्य आरोपी उसका पति संजय सिंह ने अपना अपराध कबूल किया है. उसने स्वीकारोक्ति बयान में यह खुलासा किया कि 12 मार्च को वह अपने दोनों दोस्त इंद्रदेव सिंह व इंद्रदेव प्रसाद के साथ अपने ससुराल चेड़ाबार गया था. रात में वह खाना खाकर अलग कमरे में सोया. जबकि उसके दोस्त बगल के कमरे में सो रहे थे.
इसी दौरान रात में वह अपने दोस्त इंद्रदेव सिंह को फुलटुन देवी के साथ संदिग्ध अवस्था में देखा था. इसके बाद वह अपनी पत्नी को पीटने लगा. उसकी पत्नी घर से निकलकर भागने लगी, तो वह कमरे में रखे चाकू लेकर दौड़ा और घर से थोड़े ही दूर अरहर के खेत में उसे पकड़ कर चाकू से वार किया.
उसके पीछे उसके दोनों दोस्त वहां पहुंचे. संजय सिंह ने उन दोनों दोस्तों से कहा कि तुमलोगों ने मेरी पत्नी के साथ गलत किया है. यदि वह जिंदा रहेगी, तो हमसबों को फंसा देगी. इसलिए उसकी हत्या करने में मदद करो. इसके बाद तीनों ने मिल कर चाकू से फुलटुन देवी का गला रेतकर हत्या कर दिया और चाकू को महुआ के पेड़ के पास फेंक कर फरार हो गये थे.

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