मेदिनीनगर : 25 लाख के इनामी बिरसई ने किया सरेंडर, दे चुका है इन वारदातों को अंजाम

25 लाख रुपये का इनामी और भाकपा माओवादी का स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य (सैक) बिरसई उर्फ कमलेश गंझु उर्फ उमेश उर्फ साकेत ने गुरुवार को मेदिनीनगर में सरेंडर कर दिया. इस मौके पर आयुक्त मनोज झा, डीआइजी विपुल शुक्ला ने बिरसई को आत्मसमर्पण नीति के तहत 25 लाख रुपये का चेक प्रदान किया. इस मौके […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 14, 2018 7:06 AM
25 लाख रुपये का इनामी और भाकपा माओवादी का स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य (सैक) बिरसई उर्फ कमलेश गंझु उर्फ उमेश उर्फ साकेत ने गुरुवार को मेदिनीनगर में सरेंडर कर दिया. इस मौके पर आयुक्त मनोज झा, डीआइजी विपुल शुक्ला ने बिरसई को आत्मसमर्पण नीति के तहत 25 लाख रुपये का चेक प्रदान किया. इस मौके पर उसकी पत्नी राजकुमारी देवी भी थी.
मूलरूप से कमलेश लातेहार के चंदवा थाना क्षेत्र के बैलगड़ा गांव (बजरमरी टोला) का रहनेवाला है. 25 वर्षों से वह संगठन के लिए काम कर रहा था. वर्ष 2004 में एमसीसी व पीडब्लूजी के विलय होने के बाद बिरसई माओवादी संगठन का सक्रिय सदस्य था. उस पर गढ़वा में 33 व लातेहार में 44 मामले दर्ज है. वर्ष 2013 में लातेहार में हुए लैंड माइन विस्फोट में सीआरपीएफ के 17 जवान शहीद हुए थे. बिरसई के दस्ते ने ही घटना को अंजाम दिया था.
इस मौके पर पलामू एसपी इंद्रजीत माहथा, गढ़वा एसपी शिवानी तिवारी, लातेहार एसपी प्रशांत आनंद, सीआरपीएफ के डीआइजी जयंत पाल मौजूद थे. बताया जा रहा है कि संगठन से मोहभंग होने के कारण उसने सरेंडर किया.बिरसई पुलिस के संपर्क में पहले से था.इसकी निशानदेही पर पुलिस को कई सफलता मिल चुकी है.
झारखंड, बिहार व छत्तीसगढ़ में कई नक्सली घटनाओं को
दे चुका है अंजाम
आयुक्त व डीआइजी ने सरेंडर पॉलिसी के तहत दी इनाम की राशि का चेक
बिरसई चंदवा थाना क्षेत्र के बैलगड़ा गांव (बजरमरी टोला) का रहनेवाला है
कोयल शंख जोन समेत झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ में था प्रभाव
गढ़वा में 33 और लातेहार में 44 मामले दर्ज है नक्सली पर

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