विधायक के कारण बिगड़ी स्थिति : त्रिपाठी

चैनपुर : लोकेया की घटना के लिए राज्य के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने सीधे तौर पर विधायक आलोक चौरसिया को जिम्मेवार ठहराया है. कहा है कि जब शुरुआती दौर में विवाद हुआ था, तो 12 जून की बैठक में यह तय हुआ था कि दो जुलाई की बैठक में इस समस्या का समाधान निकाल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 5, 2017 9:10 AM
चैनपुर : लोकेया की घटना के लिए राज्य के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने सीधे तौर पर विधायक आलोक चौरसिया को जिम्मेवार ठहराया है. कहा है कि जब शुरुआती दौर में विवाद हुआ था, तो 12 जून की बैठक में यह तय हुआ था कि दो जुलाई की बैठक में इस समस्या का समाधान निकाल लिया जायेगा, पर इस मामले को विधायक ने राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया.
जो बैठक थाना में होनी थी, उसके बजाये विधायक ने अपने आवास पर बैठक बुला लिया और उसके बाद जो कुछ हुआ सबके सामने है. वर्षों से चली आ रही सांप्रदायिक सौहार्द के माहौल को इलाके के राजनीतिक संरक्षण प्राप्त गुंडों ने प्रभावित करने का काम किया है.
इस तरह के काम करने वाले गिरोह को विधायक का संरक्षण प्राप्त है. इस मामले में विधायक के खिलाफ भी अापराधिक मामला चलना चाहिए. श्री त्रिपाठी ने मंगलवार को चैनपुर के लोकेया गांव का दौरा किया. दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि विवाद सुलझ गया था, लेकिन विधायक के गुंडों ने कब्रिस्तान की चहारदीवारी को ध्वस्त करने का काम किया है, ताकि इलाके में वर्षों से चली आ रही भाईचारे की परंपरा प्रभावित हो जाये. लेकिन यहां के लोग सजग व समझदार है.
एकता में विश्वास रखते है. पूर्व मंत्री श्री त्रिपाठी ने उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर वस्तु स्थिति की भी जानकारी ली. कहा कि विधायक के संरक्षण में मझिगांवा, लोकेया और उसके आसपास के इलाकों में जो गिरोह सक्रिय है उसकी जांच होनी चाहिए, ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृति न हो. प्रशासन को चाहिए कि इस मामले में जो लोग दोषी हैं, उनके खिलाफ ही कार्रवाई करें.यदि निर्दोषों पर कार्रवाई हुई तो वह आंदोलन करेंगे.

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