चुनाव के समय आते हैं नेता और अधिकारी, विकास से कोसों दूर है नगड़ा टोली गांव

चुनाव के समय आते हैं नेता और अधिकारी, विकास से कोसों दूर है नगड़ा टोली गांव

By SHAILESH AMBASHTHA | October 24, 2025 8:31 PM

किस्को़ किस्को प्रखंड के परहेपाठ पंचायत क्षेत्र के नगड़ा टोली गांव में ‘प्रभात खबर आपके द्वार’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान गांव के बुजुर्ग, युवा और महिलाएं काफी संख्या में शामिल हुए. कार्यक्रम में ग्रामीणों ने खुलकर अपनी समस्याएं रखीं और प्रशासन से समाधान की मांग की. ग्रामीणों ने बताया कि नगड़ा टोली पंचायत मुख्यालय से महज एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, फिर भी यहां आज तक कई मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. गांव की जनसंख्या लगभग तीन हजार है, लेकिन सड़क, नाली और सफाई की स्थिति बेहद खराब है. ग्रामीणों ने कहा कि चुनाव के वक्त नेता और अधिकारी गांव आते हैं, वादे करते हैं, लेकिन उसके बाद कोई सुध लेने नहीं आता. ग्रामीणों ने बताया कि करीब तीन किलोमीटर लंबी सड़क पूरी तरह जर्जर है. जगह-जगह बड़े नुकीले पत्थर सड़क पर उभर आये हैं, जिससे लोगों का चलना मुश्किल हो गया है. आये दिन लोग फिसलकर चोटिल हो जाते हैं. सब्जी व अन्य सामान बाजार तक ले जाना मुश्किल होता है. स्कूल जाने वाले बच्चों को भी जान जोखिम में डालकर आना-जाना पड़ता है. नाली और कचरा प्रबंधन की व्यवस्था नहीं : गांव में नाली और कचरा प्रबंधन की व्यवस्था नहीं होने से सड़कों पर पानी और गंदगी फैली रहती है. बरसात में यह स्थिति और भयावह हो जाती है. ग्रामीण रामप्रसाद उरांव, दयाल उरांव, बुधनी उरांव, मांगी उरांव, बसंती उरांव, महामुनि व अन्य का कहना है कि नाला नहीं रहने के कारण बरसात के दिनों में ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसलिए गांव के मुख्य सड़क पीसीसी व कालीकृत सड़क तथा आरसीसी नाला का निर्माण किया जाना चाहिए. गली में नाला नहीं रहने के कारण सालों भर घरों का गंदा पानी गली में बहता है़ जिस कारण सालों भर कीचड़ रहता है और बदबू आते रहती है. आने-जाने का रास्ता कच्चा व नुकीली पत्थरों से भरा पड़ा है. महिलाओं ने बताया कि उन्हें मंईयां सम्मान योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. आवास व अन्य योजनाओं के लिए पंचायत का चक्कर काटना पड़ता है. सड़क कई स्थान पर संकीर्ण हो गयी है, कई जगह पुल टूटे होने के कारण लंबा सफर तय करना पड़ता है. ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत, नाला निर्माण और योजनाओं के लाभ को पारदर्शी तरीके से उपलब्ध कराने की मांग की.

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