उजड़ते वन क्षेत्र से गुस्से में गजराज, कॉरिडोर भेजने में विभाग नाकाम

उजड़ते वन क्षेत्र से परेशान होकर गजराज रिहायशी इलाके में पहुंच जा रहे हैं.

By DEEPAK | March 21, 2025 9:29 PM

कुड़ू. उजड़ते वन क्षेत्र से परेशान होकर गजराज रिहायशी इलाके में पहुंच जा रहे हैं. उजड़ते वन क्षेत्र के कारण गजराज काफी गुस्से तथा आक्रामक होते जा रहे हैं. नतीजा पिछले एक साल से गजराज कुड़ू के आधा दर्जन पंचायतों में डेरा जमाएं हुए हैं. कुड़ू प्रखंड के बाद कैरो होते हुए भंडरा तथा भंडरा के बाद वापस कैरो होते हुए कुड़ू के चंदलासो, जिंगी तथा चंदवा प्रखंड के बरवाटोली जंगल में विचरण कर रहे हैं. वन विभाग हाथियों के झुंड को सुरक्षित कारिडोर मे पहुंचाने में पुरी तरह नाकाम साबित हो रहा है. एक साल के भीतर हाथियों के झुंड ने केवल कुड़ू प्रखंड में लगभग पचास लाख रुपये के फसल तथा मकानों को नुकसान पहुंचा चुका है, जबकि हाथियों को भगाने तथा हाथियों के चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो चुकी है. साथ ही एक दर्जन लोग घायल हो चुके हैं. हाथियों को सुरक्षित भेजने का प्रयास जारी : प्रभारी वनपाल कुड़ू वन क्षेत्र के प्रभारी वनपाल विपिन टोप्पो ने बताया कि एक साल से हाथियों का झुंड कुड़ू,कैरो तथा भंडरा प्रखंड में विचरण कर रहा है. वन विभाग ने दो चरणों में हाथियों से हुए नुकसान के लिए लगभग 18 लाख रुपए का मुआवजा बांट चुका है जबकि काफी आवेदन पर जांच चल रहीं हैं. एक मृतक के परिजनों को मुआवजा नहीं मिल पाया है मुआवजा से संबंधित फाइल वन प्रमंडल पदाधिकारी को भेजा गया है. हाथियों को सुरक्षित कारिडोर में भेजने के लिए वन विभाग लगातार प्रयासरत है लेकिन हाथियों के झुंड में एक बच्चा होने के कारण हाथियों का झुंड आगे नहीं जा पा रहा है.

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