.जल्द जांच व इलाज से मिलता है कुष्ठ से निजात : महेश कुजूर

प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान के तहत सहियाओं को कुष्ठ रोग पहचान व जागरूकता के बारे में एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया

By VIKASH NATH | November 7, 2025 9:39 PM

कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान के तहत प्रशिक्षण दिया गया प्रशिक्षण में छह क्लस्टरों की सहिया शामिल हुईं फोटो. मौजूद लोग सेन्हा-लोहरदगा. प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान के तहत सहियाओं को कुष्ठ रोग पहचान व जागरूकता के बारे में एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण चिकित्सा व परिवार कल्याण विभाग झारखंड सरकार के निर्देशानुसार आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में कुष्ठ रोग बीमारी खोजो अभियान के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. प्रशिक्षक महेश कुजूर ने बताया कि कुष्ठ असाध्य रोग नहीं है. समय पर कुष्ठ की पहचान होने और इलाज होने पर ठीक हो जाता है. साथ ही कुष्ठ रोग की पहचान के बारे में कहा कि किसी भी व्यक्ति का शरीर के किसी भी हिस्से में चमड़ी का मोटा होना और दाग में सूनापन होना और हाथ या पैर में कमजोरी या विकृति पैदा होना आंखों की पलकों में कमजोरी होना और आंख पूरी तरह बंद हो जाना और त्वचा में दाग तथा दाग में सूनापन ही कुष्ठ रोग का लक्षण है.साथ ही कहा कि चिकित्सकों से जांच करा कर नियमित एमडीटी की दवा लेने से कुष्ठ बीमारी ठीक हो जाती है.यह न तो अभिशाप और न पुश्तैनी रोग है. झारखंड सरकार का परिवार कल्याण व स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार 10 नवंबर से 26 नवंबर तक कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान चलाना है. कुष्ठ रोग को अंधविश्वास के कारण छुआछूत समझ कर लोग कुष्ठ रोगी को हेय भावना से देखते हैं.इस के प्रति लोगों को सभी को जागरूक करने की आवश्यकता है.सभी सहियाओं को प्रशिक्षण के उपरांत कुष्ठ रोग खोजो और जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया. मौके पर शकुंतला देवी, ललिता देवी, आभा देवी, शांति देवी, पार्वती देवी, जुलेखा खातून, सुनीता उरांव, राधा देवी, नगिया उरांव समेत अन्य सभी सहिया उपस्थित थे.

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