तीन महीने से टूटा है शिवनाला पुल, स्कूल नहीं जा पा रहे बच्चे, बाजार की रौनक भी हुई फीकी

तीन महीने से टूटा है शिवनाला पुल, स्कूल नहीं जा पा रहे बच्चे, बाजार की रौनक भी हुई फीकी

By SHAILESH AMBASHTHA | October 15, 2025 9:30 PM

बेतला़ बेतला नेशनल पार्क के कुटमू चौक को सरईडीह और पोखरी से जोड़ने वाली सड़क पर स्थित कुटमू गांव के शिवनाला पुल (बड़का पुल) के टूट जाने से पिछले करीब साढ़े तीन महीने से आवागमन पूरी तरह से ठप है. गत 28 जून को मूसलाधार बारिश के दौरान पुल अचानक ध्वस्त हो गया था. इसके बाद से यह मार्ग बंद है और लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है. करीब 30 हजार की आबादी वाले दो दर्जन से अधिक गांव इस पुल के टूटने से प्रभावित हैं. पुल लगभग 20 फीट तक ध्वस्त हो गया है और बेतला-पोखरी मार्ग पर स्थित बौराहा नाला का पानी लगातार इससे होकर बह रहा है, जिससे इसे पार करना असंभव हो गया है. यह सड़क इस इलाके के लिए लाइफलाइन मानी जाती है, जिस पर रोजाना दो दर्जन से अधिक सवारी वाहन और 500 से ज्यादा बाइकें चलती थीं. सैकड़ों छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित : सबसे अधिक परेशानी विद्यार्थियों को हो रही है, क्योंकि इस इलाके का एकमात्र हाइ स्कूल सरईडीह में है. पुल टूटने के कारण सैकड़ों छात्र-छात्राएं विद्यालय नहीं पहुंच पा रहे हैं. विशेषकर छात्राओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके बावजूद अब तक किसी भी जनप्रतिनिधि या अधिकारी ने स्थिति का जायजा नहीं लिया है. अब अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है : विनोद पासवान ने बताया कि कुटमू चौक से सरईडीह होते पोखरी तक जाने वाले मार्ग के बाधित हो जाने से अब लोगों को कुटमू चौक से हड़पड़वा होते सरईडीह और फिर पोखरी जाना पड़ रहा है. इस कारण उन्हें तीन किलोमीटर अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है. वहीं, दूसरी ओर अखरा होते पोखरी जाने पर यह दूरी बढ़कर पांच किलोमीटर हो जा रही है. मां दुर्गा की प्रतिमा का मिलन इस वर्ष नहीं हो सका : राजेंद्र राम ने कहा कि 50 वर्षों के इतिहास में सरईडीह कुटमू के दुर्गा पूजा के अवसर पर प्रतिमा का मिलन इस वर्ष नहीं हो सका. पुल टूट जाने के कारण सरईडीह तक लोग नहीं पहुंच सके इस कारण लोगों को काफी निराशा हुई. अब दीवाली और छठ में भी यही स्थिति रहने की संभावना है. छठ में भी लोगों का आवागमन इस रास्ते से नहीं हो सकेगा जिसका मलाल लोगों को है. आवागमन बंद होने से बाजार प्रभावित : उमेश रजक कहते हैं कि पुल टूटने से और आवागमन बंद हो जाने से कुटमू चौक पर लगने वाला बाजार प्रभावित हो गया है. वहीं, कुटमू चौक पर आने वाले लोगों की संख्या भी काफी कम हो गयी है. जिसका सीधा असर यहां के दुकानदारों पर पड़ रहा है. उनकी आमदनी काफी कम हो गयी है. सरईडीह-पोखरी से आने वाले दुकानदारों को भी कुटमू चौक पर आने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दुकान से राशन लाने में काफी परेशानी : सुल्तान अंसारी ने कहा कि कुटमू गांव के लोगों को जन वितरण प्रणाली के दुकान से राशन लाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पुल टूट जाने के कारण लोग जन वितरण के प्रणाली के दुकान तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. चूंकि राशन लाने का काम अधिकांशतः महिलाओं के द्वारा होता है इसीलिए कई महिलाओं को राशन लेने जाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

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