बेतला में आयोजित कव्वाली कौम विरोधी कार्यक्रम नहीं था : मौलाना शेखावत
बेतला में आयोजित कव्वाली कौम विरोधी कार्यक्रम नहीं था : मौलाना शेखावत
बेतला़ बेतला नेशनल पार्क के अखरा में पिछले दिनों आयोजित कव्वाली कार्यक्रम को लेकर एक मौलाना द्वारा की गयी टिप्पणी का बेतला पोखरी सहित आसपास के कई मौलानाओं ने कड़ी निंदा की है. बेतला में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौलानाओं ने कव्वाली कार्यक्रम की जमकर तारीफ की है. मौलाना शेखावत ने कहा कि झारखंड स्थापना दिवस के सिल्वर जुबली के मौके पर पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहू और विधायक रामचंद्र सिंह के निजी खर्चे से कव्वाली का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले कव्वाल अनीस साबरी और इंडियन आइडल के सिंगर सलमान अली के द्वारा न केवल देश भक्ति गीत गया गया बल्कि कई प्रेरक और सामाजिक गीत भी प्रस्तुत किये गये. मशहूर कव्वाल ने आधुनिक समय में लोगों के पसंद को देखते हुए भी कई गीत प्रस्तुत किये जिसकी न केवल मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बल्कि हिंदू समुदाय के लोगों ने भी प्रशंसा की. लेकिन किसी एक व्यक्ति के द्वारा कव्वाली कार्यक्रम को इस्लाम से जोड़कर बयान देना बेहद ही निराशाजनक है. कव्वाली में दोनों समुदाय के लोग थे. इसलिए स्थिति के नजाकत को देखते हुए कव्वाल के द्वारा देशभक्ति गीतों पर जोर दिया गया. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष लोहरदगा में कव्वाली का आयोजन किया गया था. इस वर्ष दोनों समुदाय के लोगों की मांग पर धीरज प्रसाद साहू और विधायक रामचंद्र सिंह के निजी खर्चे पर उक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
