छिपादोहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नर्स कर रही है मरीजों का इलाज, एक वर्ष से चिकित्सक का पद खाली
छिपादोहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नर्स कर रही है मरीजों का इलाज, एक वर्ष से चिकित्सक का पद खाली
बरवाडीह़ प्रखंड के प्रस्तावित छिपादोहर प्रखंड क्षेत्र का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एक वर्ष से नर्स के सहारे चल रहा है. जिससे लोगों को चिकित्सा सुविधा के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. छिपादोहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से चुंगरू, लात, हरातू, कुचिला व केड पंचायत के लोगों को चिकित्सा लाभ मिलता है. पूर्व में यहां इलाज कराने वालों की भीड़ लगी रहती थी. लेकिन चिकित्सक के अभाव में लोग नर्स से इलाज कराने को मजबूर हैं. मंगलवार को यहां लगने वाले साप्ताहिक बाजार में आसपास के कई गांव के लोग आते है़ं इनमें से कई लोग इस दिन छिपादोहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अपना इलाज कराने आते हैं. लेकिन वर्तमान समय में चिकित्सक के नहीं रहने से मात्र 30 से 35 मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं. राज्य सरकार का हर व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ पहुंचाने का वादा चिकित्सकों के अभाव में खोखला साबित हो रहा है. रात्रि में गंभीर मरीज के आने पर काफी दिक्कतों का सामान करना पड़ता है. यही नहीं स्वास्थ्य केंद्र को एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराया गया है. लेकिन चालक के नहीं रहने से मरीजों को प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाने में दिक्कत होती है. राज्य सरकार से चिकित्सक की पदस्थापना की मांग : पंचायत समिति सदस्य दिलीप कुमार सिंह ने कहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कई वर्षों से चिकित्सक का पद खाली है. जिससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. श्री सिंह ने राज्य सरकार से चिकित्सक की पदस्थापना की मांग की है. झोलाछाप डाक्टरों की चांदी : सामाजिक कार्यकर्ता निजाम अंसारी ने कहा उप स्वास्थ्य केंद्र में छह पंचायत के लोगों को चिकित्सा सुविधा का लाभ मिलता है. लेकिन चिकित्सक के अभाव में झोलाछाप डाक्टरों की चांदी है. एक वर्ष से चिकित्सक नहीं आ रहे हैं : मुन्ना गुप्ता ने कहा कि ग्रामीणों की काफी मांग पर डॉ क्षितिज को प्रतिनियोजित किया गया था. लेकिन एक वर्ष से चिकित्सक नहीं आ रहे हैं. जिससे मरीजों को दिक्कत हों रही है. क्या कहते चिकित्सा पदाधिकारी: सात चिकित्सकों का पद सृजित पर मात्र दो चिकित्सक पदस्थापित हैं : प्रखंड के सीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मंटू कुमार ने कहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सात चिकित्सकों का पद सृजित है. जिसमें मात्र दो चिकित्सक पदस्थापित हैं. कम चिकित्सकों के कारण सीएचसी चलना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में प्राथमिक और उप स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक नहीं जा पा रहे हैं.
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