लातेहार : फॉर्म भरा हिंदी प्रतिष्ठा का और एडमिड कार्ड पहुंचा इतिहास प्रतिष्ठा का

– पढ़ाई किया हिंदी का और अब परीक्षा देनी होगी इतिहास की लातेहार : स्थानीय बनवारी साहू महाविद्यालय में अध्ययनरत स्नातक की छात्रा अस्मिता कुमारी उस वक्त पेशोपेश में पड़ गयी, जब वह स्नातक प्रथम सेमेस्टर का एडमिट कार्ड लेने कॉलेज गयी. वाकया गत तीन अप्रैल की है. हिंदी प्रतिष्ठा की छात्रा अस्मिता चार अप्रैल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2019 8:53 PM

– पढ़ाई किया हिंदी का और अब परीक्षा देनी होगी इतिहास की

लातेहार : स्थानीय बनवारी साहू महाविद्यालय में अध्ययनरत स्नातक की छात्रा अस्मिता कुमारी उस वक्त पेशोपेश में पड़ गयी, जब वह स्नातक प्रथम सेमेस्टर का एडमिट कार्ड लेने कॉलेज गयी. वाकया गत तीन अप्रैल की है. हिंदी प्रतिष्ठा की छात्रा अस्मिता चार अप्रैल को शुरू होने वाली स्नातक परीक्षा की एडमिट कार्ड लेने कॉलेज गयी, तो उसे जो एडमिट कार्ड मिला. उसमें इतिहास प्रतिष्ठा अंकित है.

जब उसने इसकी शिकायत की तो प्राचार्य प्रो. रविंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि गलती से ऐसा हो गया है. अब तुम इतिहास की ही परीक्षा दे दो. यह सुन कर अस्मिता भौंचक्क रह गयी. एक सेमेस्टर की मेहनत तो उसका पानी में बहता नजर आने लगा. उसका निबंधन गत 27 नवंबर 2018 को नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय से किया गया है, जहां उसने हिंदी प्रतिष्ठा एवं राजनीतिक शास्त्र विषय का चयन किया है.

मालूम हो कि भुक्तभोगी छात्रा अति सुदूरवर्ती पतरातू गांव की रहने वाली है तथा लगभग 18 किलोमीटर प्रतिदिन यात्रा करके कॉलेज आती जाती है. कॉलेज की इस लापरवाही के कारण उसे काफी मानसिक एवं आर्थिक पीड़ा उठानी पड़ रही है.

भुक्तभोगी का कहना है कि अचानक वह कैसे दूसरे विषय की परीक्षा में शामिल हो पायेगी, जिसकी उसने पढ़ाई ही नहीं किया है. लेकिन विद्यालय प्रबंधन के दवाब के कारण उसे पांच अप्रैल को इतिहास प्रतिष्ठा विषय की परीक्षा देनी पड़ी. अगले दो तिथि को भी उसे इतिहास की ही परीक्षा देनी पड़ेगी. गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाली अस्मिता ने न्याय की गुहार नीलांबार पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति एवं जिला प्रशासन से किया है.