होली की तिथि को लेकर असमंजस
इस वर्ष प्रदेश और देश के विभिन्न भागों में होली अलग-अलग तिथियों में मनायी जायेगी, जिससे कोडरमा के लोग असमंजस में हैं. देशभर में 15 मार्च को रंग महोत्सव की धूम रहेगी, लेकिन इस बार तिथि के गणना भेद के कारण कुछ स्थानों पर 14 मार्च को भी रंगोत्सव की संभावना जतायी जा रही है.
झुमरीतिलैया. इस वर्ष प्रदेश और देश के विभिन्न भागों में होली अलग-अलग तिथियों में मनायी जायेगी, जिससे कोडरमा के लोग असमंजस में हैं. देशभर में 15 मार्च को रंग महोत्सव की धूम रहेगी, लेकिन इस बार तिथि के गणना भेद के कारण कुछ स्थानों पर 14 मार्च को भी रंगोत्सव की संभावना जतायी जा रही है. पंडितों के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा 13 मार्च को प्रातः 10:02 बजे प्रारंभ होगी और 14 मार्च को प्रातः 11:11 बजे तक रहेगी. चूंकि शास्त्रों के अनुसार होलिका दहन रात्रि पूर्णिमा में ही किया जाता है, इसलिए इसका आयोजन 13 मार्च की रात को किया जायेगा. लेकिन रंग खेलने का विधान चैत्र कृष्ण प्रतिपदा में है, जो 15 मार्च को दोपहर 12:45 बजे तक उदयातिथि में रहेगी. इसी कारण अधिकांश स्थानों पर 15 मार्च को ही होली खेली जायेगी.
झुमरीतिलैया में विशेष आयोजन
झुमरीतिलैया के स्टेशन रोड स्थित अलका चौक के पास होलिका दहन का आयोजन रात्रि 3 बजे किया जायेगा. पंडित रामप्रवेश पांडेय ने बताया कि होलिका दहन अर्धरात्रि में होगा. हर वर्ष की तरह इस बार भी शहर के विभिन्न वार्डों से लोग होलिका की परिक्रमा करने यहां पहुंचेंगे. इस स्थल पर राजस्थानी समाज की नवविवाहिताएं गणगौर पूजन के लिए परिक्रमा करती हैं और यहां की राख को अपने घर ले जाकर 16 दिवसीय गणगौर महोत्सव की शुरुआत करती हैं. नवविवाहिताएं अपने अखंड सुहाग की कामना के लिए और कुंवारी कन्याएं योग्य वर प्राप्ति के लिए इस व्रत को करती हैं. परंपरा के अनुसार, जो महिलाएं पिछले वर्ष होली के बाद विवाह के बंधन में बंधी हैं, वे 10 से 13 मार्च तक अपने ससुराल से मायके आकर इस पर्व में सम्मिलित होती हैं.पर्यावरण संरक्षण की अनूठी पहल
मारवाड़ी युवा मंच की प्रेरणा शाखा इस वर्ष होलिका दहन में पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए गोशाला समिति के सहयोग से गोबर से बने बड़कुल्लों का निर्माण कर रही है. शाखा अध्यक्ष सारिका लढ्ढा और सचिव शीतल पोद्दार ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य वनों की कटाई को रोकना और प्रदूषण मुक्त होलिका दहन करना है.श्याम मंदिर में तीन दिवसीय फाल्गुन महोत्सव का आयोजन
झुमरी तिलैया के श्याम बाबा पथ स्थित श्याम मंदिर में 9 मार्च से तीन दिवसीय फाल्गुन महोत्सव की शुरुआत होगी. मंदिर समिति के आयुष पोद्दार ने बताया कि 9 मार्च को अखंड पाठ का आयोजन होगा. 10 मार्च को नगर में भव्य निशान यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें श्रद्धालु भक्त अबीर-गुलाल उड़ाते हुए नगर भ्रमण करेंगे. रात्रि में भजन संध्या का आयोजन होगा, जिसमें झारखंड, बंगाल और ओड़िसा के भजन गायक भाग लेंगे. 11 मार्च को बारस की ज्योत के साथ भजन-कीर्तन और फूलों की होली खेली जायेगी. वहीं पानी टंकी रोड स्थित श्याम मंदिर में भी 10 और 11 मार्च को विशेष आयोजन होंगे. मंदिर समिति के महाबीर खेतान ने बताया कि 10 मार्च को बाबा का विशेष शृंगार और भजन-कीर्तन होगा, जबकि 11 मार्च को ज्योत दर्शन और अबीर-गुलाल के साथ होली का समापन होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
