सामूहिक दुष्कर्म कांड पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी नारीत्व पर धब्बा : भाजपा
छात्राओं को रात में बाहर न निकलने की सलाह देने को लेकर निशाना साधा और उन्हें ‘‘नारीत्व पर धब्बा’’ बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग की.
संवाददाता, कोलकाता/नयी दिल्ली.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर दुर्गापुर में मेडिकल की छात्रा के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद छात्राओं को रात में बाहर न निकलने की सलाह देने को लेकर निशाना साधा और उन्हें ‘‘नारीत्व पर धब्बा’’ बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग की. भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख पर पीड़िता को शर्मिंदा करने और दोषारोपण करने का आरोप लगाया और कहा कि जो मुख्यमंत्री महिलाओं के सबसे बुरे समय में उनके साथ खड़ी नहीं हो सकतीं, उन्हें राज्य पर शासन करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. उनकी टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘बेशर्म ममता जी, नारीत्व पर एक कलंक, एक मुख्यमंत्री होने के नाते तो और भी ज्यादा.’’ उन्होंने लिखा, ‘‘आरजी कर और संदेशखाली के बाद अब दुष्कर्म का यह भयावह मामला.
न्याय दिलाने के बजाय, वह पीड़िता को ही दोषी ठहरा रही हैं.’’ बनर्जी की टिप्पणी की आलोचना करते हुए भाटिया ने कहा कि जो मुख्यमंत्री लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बजाय उन्हें रात में बाहर न निकलने की सलाह देती हैं, उन्हें पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों को अब एहसास हो गया है कि उन्होंने एक ‘अराजकतावादी, हृदयहीन ममता’ पर भरोसा जताया है. भाटिया ने कहा, ‘‘उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए और कानून के तहत जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.’’
पश्चिम बंगाल में भाजपा के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने बनर्जी की टिप्पणी को ‘अपमानजनक’ करार देते हुए कहा कि जो मुख्यमंत्री महिलाओं के सबसे बुरे समय में उनके साथ खड़ी नहीं हो सकती, उन्हें राज्य पर शासन करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. मालवीय ने आरोप लगाया, ‘‘पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिशा की द्वितीय वर्ष की एमबीबीएस छात्रा को अपने ऊपर हुए हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया है. जिसके साथ वासिफ अली और उसके साथियों ने क्रूरतापूर्वक सामूहिक बलात्कार किया था.’’ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘यह पहली बार नहीं है, जब ममता बनर्जी ने इतनी असंवेदनशीलता से बात की है. बार-बार उन्होंने अपराधियों के बजाय पीड़ितों को ही दोषी ठहराया है.’’
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