झुमरीतिलैया : जांच में मिली अनियमितता, बागे अल्ट्रासाउंड सील

प्रतिनिधि, झुमरीतिलैया जिले में गिरते लिंगानुपात व भ्रूण लिंग जांच की मिल रही शिकायतों के बीच पीसीपीएनडीटी एक्ट के सख्त अनुपालन को लेकर गठित नेशनल इंस्पेक्शन मॉनीटरिंग टीम व राज्य स्तरीय टीम ने एक बार फिर शहर में छापामारी की. डाक्टर गली में संचालित बागे अल्ट्रासाउंड में सुबह शुरू हुई जांच के दौरान मिली अनियमितता […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 19, 2019 9:31 PM

प्रतिनिधि, झुमरीतिलैया

जिले में गिरते लिंगानुपात व भ्रूण लिंग जांच की मिल रही शिकायतों के बीच पीसीपीएनडीटी एक्ट के सख्त अनुपालन को लेकर गठित नेशनल इंस्पेक्शन मॉनीटरिंग टीम व राज्य स्तरीय टीम ने एक बार फिर शहर में छापामारी की. डाक्टर गली में संचालित बागे अल्ट्रासाउंड में सुबह शुरू हुई जांच के दौरान मिली अनियमितता को लेकर इसे सील कर दिया गया.

हालांकि, इस पूरी जांच प्रक्रिया के दौरान केंद्र के संचालक डॉ सुबोध बागे मौजूद नहीं थे. जानकारी के अनुसार जांच टीम का नेतृत्व नोडल अधिकारी डॉ एस लाला कर रही थीं, वहीं, टीम में पीसीपीएनडीटी एक्सपर्ट डॉ बी रथ, सोनोग्राफी एक्सपर्ट डॉ दोषी, डॉ दिवाकर, डॉ रफत व अन्य शामिल थे.

टीम में शामिल पदाधिकारी दिल्ली व रांची के थे. इसके अलावा जिला स्तर पर सीएस डॉ पार्वती कुमारी नाग, प्रभारी डीटीओ सह कार्यपालक दंडाधिकारी संतोष कुमार, असीम सरकार व अन्य को जांच में मदद के लिए बुलाया गया था. जांच के बाद निकली नोडल अधिकारी एस लाला ने बताया कि जांच के दौरान कई अनियमितता पायी गयी है. इसको लेकर उचित कार्रवाई की जायेगी.

उन्होंने बताया कि जिले से पहले रिपोर्ट आया था कि यहां कुछ अल्ट्रासाउंड केंद्रों में भ्रूण जांच हो रहा है, पर इस तरह का कोई मामला इस केंद्र में जांच के दौरान प्रथम दृष्टया सामने नहीं आया है. उन्होंने बताया कि फार्म एफ अपूर्ण मिला है. इसमें कई मरीजों का नाम, डाक्टर का हस्ताक्षर नहीं मिला. यही नहीं फार्म एफ में अंकित रजिस्ट्रेशन नंबर व डाक्टर के रजिस्ट्रेशन नंबर में अंतर पाया गया है. इसको लेकर जानकारी जुटायी जा रही है.

उन्होंने यह भी बताया कि अल्ट्रासाउंड मशीन की प्रथम दृष्टया जांच में कुछ गड़बड़ी मिली है, हार्ड कॉपी उपल्बध नहीं मिला. जांच टीम ने यहां घंटों मशीन व कागजात की मिलान की. इस छापामारी को लेकर डाक्टर गली में हड़कंप मचा रहा. कुछ अल्ट्रासाउंड सेंटर बंद कर दिये गये. जांच प्रक्रिया के दौरान केंद्र के संचालक डॉ सुबोध बागे के मौजूद नहीं होने के संबंध में बताया गया कि उनके किसी रिश्तेदार का निधन हो गया है.

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