लालच और डर से साइबर ठगी के शिकार होते हैं लोग
मुरहू के डोल्डा गांव में सोमवार को बाल कल्याण संघ, जिला बाल संरक्षण इकाई खूंटी और साइबर पीस फाउंडेशन की ओर से साइबर सुरक्षा से बचाव के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया.
ग्रामीणों को साइबर सुरक्षा की दी गयी जानकारी
प्रतिनिधि, खूंटीमुरहू के डोल्डा गांव में सोमवार को बाल कल्याण संघ, जिला बाल संरक्षण इकाई खूंटी और साइबर पीस फाउंडेशन की ओर से साइबर सुरक्षा से बचाव के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस अवसर पर ग्रामीणों को साइबर अपराध के विभिन्न प्रकार और उससे बचने के उपायों की विस्तृत जानकारी दी गयी. बाल कल्याण संघ के संजय मिश्र ने बताया कि इंटरनेट से हमें कई सुविधाएं मिलती हैं, लेकिन इसके साथ कुछ खतरे भी जुड़े हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया साइट्स पर अपनी निजी जानकारी और फोटो को सुरक्षित रखना, अजनबी लोगों से बातचीत में सावधानी बरतना और संदिग्ध लिंक पर क्लिक नहीं करें. ऑनलाइन लेन-देन में भरोसेमंद एप्स जैसे का ही उपयोग करें. ओटीपी और बैंक पिन की जानकारी किसी को नहीं दें. उन्होंने बच्चों को ऑनलाइन गेम और चैट करते समय निजी जानकारी साझा नहीं करने की अपील की. किसी प्रकार की समस्या होने पर माता-पिता और पुलिस को जानकारी दें. विनीत कुमार ने कहा कि तकनीकी समाधान और सरकारी नीतियां मिलकर ही साइबर सुरक्षा को मजबूत बना सकती हैं. उन्होंने बताया कि सरकार ने राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा नीति 2020 और डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल जैसे कदम उठाए हैं, ताकि डिजिटल दुनिया को सुरक्षित बनाया जा सके. शुभी चतुर्वेदी ने कहा कि आजकल ग्रामीण इलाकों में ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. विशेष रूप से ट्रैक्टर और कृषि उपकरणों के नाम पर कई फ्रॉड योजनाएं के नाम पर साइबर अपराधी ग्रामीणों को सस्ते दामों पर ट्रैक्टर देने का लालच देकर ठगी कर रहे हैं. कार्यक्रम में बाल कल्याण संघ के ओम प्रकाश तिवारी अंजनेय रॉय संगीता देवी सहित कई पंचायत प्रतिनिधि भी शामिल थे.
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