सरजमडीह कांची नदी पर नवनिर्मित पुल का खंभा धंसा, भारी वाहनों पर रोक
सरजमडीह गांव में कांची नदी पर बना एक और उच्च स्तरीय पुल का एक खंभा धंस गया.
बुंडू. पिछले कई दिनों से हो रहे लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं. कांची नदी का यहां रौद्र रूप देखने को मिल रहा. अतिवृष्टि के कारण बुंडू प्रखंड के सरजमडीह गांव में कांची नदी पर बना एक और उच्च स्तरीय पुल का एक खंभा धंस गया. इसके पूर्व कांची नदी पर बुंडू के ही बुढ़ाडीह पुल, तमाड़ के बामलाडीह पुल, सोनाहातू के हारिन घाट का पुल, उसके बाद अब सरजमडीह पुल धंस गया. यह पुल बुंडू -तमाड़ और अड़की प्रखंड के दर्जनों गांवों को जोड़ता है. सरजमडीह गांव के पूर्व मुखिया तुलसी मुंडा, चापुडीह के हरिनारायण सिंह मुंडा, बारिगढ़ा के लुंडा मुंडा, सनातन मुंडा, हरि पाहन, सुशील मुंडा इत्यादि ने बताया कि कांची नदी से लगातार बालू की निकासी और ठीकेदार द्वारा घटिया निर्माण कार्य करने के कारण ही पुल का खंभा धंस रहा है. पुल के क्षतिग्रस्त होने से कोटा, मायपा, एयोरडीह, सारगेया, बालीगढ़ा, राउता, करोडा, हाकाडूबा, डाड़ीगुटु, कुरकुटा, हाबुडीह, चापुडीह, बारेडीह सहित दर्जनभर से भी कुछ ज्यादा गांव के लोगों का बुंडू से संपर्क टूट जायेगा. वर्तमान में उपरोक्त सभी गांव के लोग भले ही वे अड़की और तमाड़ प्रखंड के हैं, पुल से होकर तीन स्कूल बसों के साथ कई ऑटो और सवारी वाहनों से यहां के बच्चे स्कूल जाते हैं. जो यहां के लोगों की जीवन रेखा भी कह सकते हैं. संभावित दुर्घटना से बचाव के लिए पुलिस प्रशासन ने पुल पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दिया है. ग्रामीणों ने संवेदक और अभियंता पर कार्रवाई करने की मांग की है.
दर्जनों गांव का बुंडू से संपर्क टूटने की आशंका
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
