विश्व एड्स दिवस पर निकाली गयी जागरूकता रैली
स्थानीय मातृ एवं शिशु अस्पताल के प्रांगण में सोमवार को विश्व एड्स दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
खूंटी. स्थानीय मातृ एवं शिशु अस्पताल के प्रांगण में सोमवार को विश्व एड्स दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत सिविल सर्जन डॉ नागेश्वर मांझी और उपाधीक्षक डॉ आनंद किशोर उरांव ने किया. इस अवसर पर अपने संबोधन में सिविल सर्जन डॉक्टर नागेश्वर मांझी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी स्वास्थ्य कर्मियों को बताया कि एड्स के प्रति जागरूक होना अति आवश्यक है. उन्होंने उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिया कि व्यापक स्तर पर जिला अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के साथ-साथ अन्य विभाग से समन्वय स्थापित कर लोगों को एड्स के प्रति जागरूक करें. उपाधीक्षक आनंद किशोर उरांव ने बताया कि एड्स एचआइवी वायरस से फैलता है. यह संक्रमित व्यक्ति के ब्लड ट्रांसफ्यूजन, असुरक्षित यौन संबंध के द्वारा फैलता है. उन्होंने यह भी कहा कि इस बीमारी से ग्रसित लोगों में उचित काउंसलिंग और भावनात्मक रूप से लगातार फॉलोअप करते रहना चाहिए. उन्होंने आइसीटीसी के सभी काउंसलर को एड्स के प्रति काउंसलिंग और जांच के लिए प्रचार प्रसार, सोशल मीडिया, दीवार लेखन आदि के द्वारा जागरूक करने को कहा. आइसीटीसी के काउंसलर कामाख्या नारायण सिंह ने बताया कि एचआइवी वीडीआरएल जांच सभी किशोर-किशोरी गर्भवती महिलाओं की जांच प्रतिदिन की जा रही है. इसके साथ ही इनको फॉलो भी किया जा रहा है. कार्यक्रम के दौरान सिविल सर्जन डॉक्टर नागेश्वर मांझी ने जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. जागरूकता रैली में विभिन्न स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा मार्च निकाल कर लोगों को जागरूक किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में काउंसलर निशांत झा, पुनीत गुड़िया, चंद्रिका तिर्की, नरेंद्र कुमार दास, आशीष कुमार, संजय पासवान, राजेश प्रसाद सहित अन्य ने सहयोग किया.
एड्स के प्रति जागरूक होना आवश्यक : सिविल सर्जनB
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
