गांव की सरकार : बोकारो के नावाडीह में पंचायत चुनाव को लेकर सभी हुए रेस, तीसरे चरण में है वोटिंग

बोकारो जिला अंतर्गत नावाडीह प्रखंड की 24 पंचायतों में तीसरे चरण में वोटिंग है. लेकिन, इसकी सरगर्मी अभी से तेज हो गयी है. इस प्रखंड के 275 बूथों में से 126 अति संवेदनशील, 90 संवेदनशील एवं 59 सामान्य श्रेणी की बूथ घोषित किया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2022 6:13 PM

Jharkhand Panchayat Chunav 2022: बोकारो जिले के अति पिछड़ा प्रखंड नावाडीह में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों समेत प्रत्याशी रेस हो गये हैं. 24 पंचायत वाली इस प्रखंड में 24 ग्राम पंचायत के मुखिया, 28 पंचायत समिति सदस्य, तीन जिला परिषद सदस्य सहित 275 वार्ड सदस्य के लिए 1,01,726 वोटर्स तीसरे चरण में 24 मई को मतदान करेंगे. इस प्रखंड के कुल वोटर्स में 52,618 पुरुष और 49,108 महिला वोटर्स शामिल होंगी.

प्रखंड में 126 बूथ अति संवेदनशील

प्रखंड प्रशासन ने चुनावी तैयारी पूरी करते हुए प्रखंड के 275 बूथों में से 126 अति संवेदनशील, 90 संवेदनशील एवं 59 सामान्य श्रेणी की बूथ घोषित की है. इसमें ऊपरधाट के नौ पंचायतों के पेंक‌ नारायणपुर थाना भवन छोड़कर शेष सभी 110 बूथों को अति संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है.

नावाडीह प्रखंड में तीसरे चरण की वोटिंग

नावाडीह प्रखंड में तीसरे चरण की वोटिंग होनी है. इसके लिए 25 अप्रैल से दो मई‌, 2022 तक नामांकन की जाएगी. वहीं, 24 मई को मतदान एवं 31 मई, 2022 को काउंटिंग होगी. मुखिया पद के लिए नावाडीह सीओ अशोक कुमार सिन्हा निर्वाची पदाधिकारी एवं वार्ड सदस्य के प्रत्याशी बीडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी संजय शांल्डिल के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे, जबकि जिला परिषद सदस्य के उम्मीदवार बोकारो जिला मुख्यालय एवं पंचायत समिति सदस्य के अभ्याथी बेरमो अनुमंडल कार्यालय, तेनुघाट में पर्चा दाखिल करेंगे.

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पिछड़े वर्ग के आरक्षण खत्म होने से दिलचस्प हुआ मुकाबला

सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद नावाडीह प्रखंड में भी पिछड़ा वर्ग का आरक्षण खत्म होने से यहां मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद एवं वार्ड सदस्य के चुनाव में मुकाबला दिलचस्प हो गया है. मुखिया पद पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लिए एक- एक सीट अन्य तथा दो -दो सीट महिलाओं के लिए रिजर्व किया गया. शेष सीटों को सामान्य श्रेणी की भांति नौ सीट अन्य एवं नौ सीट पर महिला को चुनाव में भाग लेने का मौका मिलेगा. 13 ग्राम पंचायत के मुखिया सीटों पर सिर्फ महिला ही मुखिया चुनी जाएगी. साथ ही अनारक्षित अन्य सीटों पर भी महिला प्रत्याशी बाजी मारकर मुखिया बनी, तो प्रखंड में महिलाओं की उपस्थिति दमदार हो जाएगी.

पंचायत समिति सदस्य के पद पर भी होगा रोचक मुकाबला

यही स्थिति पंचायत समिति सदस्य के पद पर भी है. यहां 28 सदस्यों वाली सीट पर अनुसूचित जाति के दो सीट महिला एवं दो सीट अन्य, अनुसूचित जनजाति में एक सीट अन्य एवं दो सीट महिला के लिए आरक्षित किया गया है, जबकि सामान्य में 10 सीट और महिला के लिए 11 सीट आरक्षित की गई है. यहां 15 महिला सदस्य बनेगी, जबकि मात्र 13 पुरुष ही सरपंच बनेंगे. इसी प्रकार जिला परिषद की तीन सीटों में से एक सीट पर सामान्य श्रेणी की तरह अन्य चुनाव लड़ेंगे. वहीं, सामान्य श्रेणी की महिलाएं दो सीटों पर अपनी किस्मत आजमाएंगे.

सबसे अधिक पेंक और सबसे कम गुजरडीह में है बूथ

प्रखंड के 275 वार्ड सह बूथ में से सबसे अधिक वार्ड उग्रवाद प्रभावित पेंक पंचायत में है, जबकि सबसे कम गुंजरडीह पंचायत में है. पेंक पंचायत में 16 बूथ है, वहीं गुंजरडीह में मात्र छह बूथ है.

पंचायत : बूथों की संख्या

पेंक : 16
काछो : 15
पलामू : 14
बरई और परसबनी : 13
नारायणपुर : 13
पोटसो, आहारडीह, नावाडीह, भलमारा, चपरी एवं बिरनी : 12-12
खरपिटो : 11
सुरही, कंजकिरो, भेण्डरा, दहियारी व सहारिया : 10- 10
मुंगोरंगामाटी : 08
गुंजरडीह : 06
पोखरिया, गोनियाटो, चिरूडीह एवं बाराडीह : 01-01

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रिपोर्ट : मनोज वर्णवाल, नावाडीह, बोकारो.

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