Jharkhand: बीबीकेएमयू नयी शिक्षा नीति से स्नातक की करायेगा पढ़ाई, क्रेडिट सिस्टम तैयार

बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विवि में इसी सत्र से यूजी प्रोग्राम में नयी शिक्षा नीति लागू होगी. इस नयी शिक्षा नीति को लागू करने को लेकर वीसी सुखदेव भोइ ने एकेडमिक डीन और सभी विभागों के प्रमुख के साथ बैठक की.

By Prabhat Khabar | July 17, 2022 9:33 AM

Dhanbad News: बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विवि में इसी सत्र से यूजी प्रोग्राम में नयी शिक्षा नीति लागू होगी. इस नयी शिक्षा नीति को लागू करने को लेकर वीसी सुखदेव भोइ ने एकेडमिक डीन और सभी विभागों के प्रमुख के साथ बैठक की. उन्होंने सभी डीन और विभागाध्यक्षों से विश्वविद्यालय में नयी शिक्षा नीति को अच्छे से लागू करने का आह्वान किया.

एक ड्राफ्ट पर तैयार होगा सभी विश्वविद्यालयों में सिलेबस

एक बेहतरीन सिलेबस तैयार करने के लिए कहा. बैठक में विवि के इएनपी कॉर्डिनेटर डॉ धनंजय कुमार सिंह ने ड्राफ्ट प्रस्तुत किया. उन्होंने बताया कि झारखंड के सभी विवि में इस ड्राफ्ट के अनुसार ही सिलेबस तैयार किया जायेगा. इसी ड्राफ्ट को पिछले दिनों रांची में सभी विवि के इएनपी कॉर्डिनेटर्स की बैठक में स्वीकार किया गया.

ऐसा होगा सिलेबस

बीबीकेएमयू में इसी वर्ष से शुरू यूजी के सत्र में नयी शिक्षा नीति लागू की जायेगी. पूरा यूजी प्रोग्राम चार वर्ष का होगा. छात्रों को आठ सेमेस्टर में 176 क्रेडिट की पढ़ाई करनी होगी. प्रत्येक सेमेस्टर में 22 क्रेडिट की पढ़ाई की होगी. दो सेमेस्टर या 44 क्रेडिट स्कोर की पढ़ाई के बाद छात्रों को सर्टिफिकेट दिया जायेगा. चार सेमेस्टर या 88 क्रेडिट की पढ़ाई के बाद छात्रों को डिप्लोमा का प्रमाणपत्र दिया जायेगा. छह सेमेस्टर या 132 क्रेडिट की पढ़ाई के बाद छात्रों को बैचलर सर्टिफिकेट दिया जायेगा. वहीं चार वर्ष या 176 क्रेडिट पूरा करने के बाद छात्रों को बैचलर विद ऑनर्स एंड रिसर्च का प्रमाणपत्र दिया जायेगा.

पहले तीन सेमेस्टर में ये होंगे अनिवार्य

पहले तीन सेमेस्टर में छात्रों को 29 क्रेडिट का अनिवार्य विषय रखा गया है. इसे सभी छात्रों को पढ़ाना पड़ेगा. इनमें लैंग्वेज, इनवायरमेंट साइंस, मैथ एंड कंप्यूटेशन, अंडरस्टैडिंग इंडिया, ग्लोबल सिटिजनशिप, एनएसएस/एनसीसी/कम्यूनिटी सर्विस और स्पोटर्स की पढ़ाई करनी होगी.

पहले तीन सेमेस्टर में तीन माइनर पेपर

पहले तीन सेमेस्टर में छात्रों को तीन माइनर पेपर या इंट्रोडक्टरी पेपर पढ़ना होगा. इस इंट्रोडक्टरी पेपर में छात्र फिजिक्स या मैथ के साथ इतिहास, पॉलिटिकल साइंस या कॉमर्स के साथ साइकोलॉजी की पढ़ाई कर सकते हैं. तीन सेमेस्टर के बाद चौथे सेमेस्टर से छात्र इनमें किसी एक विषय को अपने लिए मेजर या ऑनर्स पेपर के लिए चुन सकते हैं.

24 क्रेडिट का होगा अनिवार्य वोकेशनल कोर्स

छात्रों को पहले तीन सेमेस्टर में 24 क्रेडिट का अनिवार्य वोकेशनल कोर्स करना होगा. इसके तहत स्किल डेवलपमेंट के अलग-अलग कोर्स कराये जायेंगे. छात्रों को इनमें किसी कोर्स को चुनना होगा. वोकेशनल कोर्स में कारपेंट्री, इलेक्ट्रिशियन, इलेक्ट्रोनिक्स जैसे प्रोग्राम छात्रों के लिए विकल्प के तौर पर उपलब्ध रहेंगे.

कॉलेजों को आधारभूत संरचना में करना होगा बदलाव

नयी शिक्षा नीति के लागू होते ही विवि के कॉलेजों में अपने आधारभूत संरचना में इसकी जरूरत के अनुसार बदलाव करना होगा. विशेष कर वोकेशनल कोर्स के लिए अलग से लैब की व्यवस्था करनी होगी. इसके साथ अब सभी विषयों में एनइपी की जरूरतों के अनुसार सिलेबस तय किया जायेगा.

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