सड़कों पर दौड़ रहे 272 अनफिट वाहन

जामताड़ा : जिले में अनफिट डंपर वाहनों का परिचालन धड़ल्ले से हो रहा है. इससे कई की मौतें चुकी है. फिर भी अनफिट डंपरों से कोयले की ढुलाई जारी है. जिला प्रशासन की नजर में 272 डंपर अनफिट है, जिससे प्रतिदिन चितरा से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक कोयले की ढुलाई किया जाता है. कितनी बार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 11, 2017 8:42 AM
जामताड़ा : जिले में अनफिट डंपर वाहनों का परिचालन धड़ल्ले से हो रहा है. इससे कई की मौतें चुकी है. फिर भी अनफिट डंपरों से कोयले की ढुलाई जारी है. जिला प्रशासन की नजर में 272 डंपर अनफिट है, जिससे प्रतिदिन चितरा से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक कोयले की ढुलाई किया जाता है.
कितनी बार सड़कों पर ओवर लोड या अनफिट डंपर स्वत: ही दुर्घटनाग्रस्त होते देखा गया है. बावजूद जिला प्रशासन अनफिट डंपरों के परिचालन पर रोक या कार्रवाई नहीं कर रहा है. अनफिट डंपरों के परिचालन से जामताड़ा में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है. दुमका रोड से लेकर अजय नदी तक सिर्फ डंफरों का सिर्फ धुआं ही धुआं नजर आता है. सड़कों पर अनफिट वाहनों के चलने और धुएं से हवा में धूलकण की मात्रा इतनी रहती है कि खुली आंखों से दो पहिया वाहन चलाना खतरे से खाली नहीं है. कभी भी न तो पानी का छिड़काव होता है और न ही डंपरों के फिटनेस की जांच होती है.
जिनके पास लाइसेंस नहीं वे भी दौड़ा रहे वाहन
नियम के अनुसार वाहनों के फिटनेस जांच में पास होने के बाद ही उन्हें सड़कों पर चलाने की अनुमति देनी है, लेकिन जिले में फिटनेस की जांच शायद ही कभी देखा गया हो. कई ऐसे वाहन हैं, जिनमें स्प्रिंग ब्रेक में कमी होने के बावजूद बे-रोकटोक दौड़ाया जा रहा है. जिनके पास वाहन चलाने का ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं होता, वे भी अनफिट वाहनों को सड़कों पर सरपट दौड़ाते नजर आते हैं. जिला में परिवहन विभाग द्वारा ऐसे लगभग 272 कोयला ढुलाई करनेवाले डंपरों को चिह्नित किया गया है, जो बिल्कुल खटारा है. वहीं 38 ट्रेक्टर, 15 बस सहित अन्य वाहन भी शामिल है़ं

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