Jamshedpur News : पटमदा का धूसरा गांव डायरिया की चपेट में, आठ मरीज एमजीएम में भर्ती

Jamshedpur News : पटमदा प्रखंड का आदिम जनजाति सबरों का गांव धूसरा डायरिया की गंभीर चपेट में आ गया है. गांव के लगभग हर घर में लोग बीमार हैं.

By RAJESH SINGH | September 24, 2025 1:22 AM

धूसरा सबर टोला पहुंची मेडिकल टीम, कैंप लगाकर मरीजों की जांच की

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पटमदा प्रखंड का आदिम जनजाति सबरों का गांव धूसरा डायरिया की गंभीर चपेट में आ गया है. गांव के लगभग हर घर में लोग बीमार हैं. मंगलवार को स्थिति गंभीर होने पर आठ मरीजों को इलाज के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया. इन मरीजों का इलाज इमरजेंसी विभाग में चल रहा है. स्थानीय ग्रामीण सुमन सबर ने बताया कि उनके परिवार के चार सदस्य बीमार हैं. गांव में शुद्ध पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है और लोग मजबूरी में कुएं का पानी पीते हैं. बरसात के मौसम में कुएं का पानी दूषित हो जाता है, जिससे बीमारी तेजी से फैली है.पटमदा सीएचसी की मेडिकल टीम मंगलवार को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आरके सिंह के नेतृत्व में धूसरा ढोलकोचा सबर टोला पहुंचकर डायरिया पीड़ित मरीजों का इलाज किया. सबर टोला के सोनू सबर (70 ), चमचमी सबर (14), मार्शल सबर (10), हर्षचंद्र सबर (44), रानी सबर (11), सोमवारी सबर (28) व दीपक सबर (2) नये मरीजो को माचा सीएचसी में भर्ती कराया गया है. जबकि गंभीर रूप से पीड़ित सूरजमणि सबर (19), मालती सबर (18) व शुकमल सबर ( 11) को जांचोपरांत सीएचसी प्रभारी डॉ आरके सिंह ने एमजीएम अस्पताल भेज दिया. सीएचसी प्रभारी डॉ आरके सिंह ने बताया कि सीएचसी में लाये गये सभी मरीजों की स्थिति ठीक है. पारिवारिक चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि पूरे गांव में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया है. मौके पर आइडीएसपी डॉ अशद, एएनएम शोभा महतो व मणिवला सिंह आदि मौजूद थे.

गांव में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने की मांग

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द गांव में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने की मांग की है, ताकि इस तरह की बीमारियों को फैलने से रोका जा सके. ग्रामीणों का आरोप है कि अब तक न तो स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची है और न ही प्रशासन ने कोई मदद की है.

उबला हुआ पानी पीने की सलाह

डॉ रवींद्र कुमार ने डायरिया से बचाव के लिए लोगों को साफ और उबला हुआ पानी पीने, भोजन को ढंककर रखने और अपने आस-पास साफ-सफाई बनाए रखने की सलाह दी है. इधर एमजीएम अस्पताल के चिकित्सकों ने कहा कि पटमदा से आये सभी मरीज डायरिया से पीड़ित हैं. दूषित पानी ही इसका संभावित कारण हो सकता है.

हर दिन आ रहे आधा दर्जन मरीज

एमजीएम अस्पताल के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ रवींद्र कुमार ने बताया कि बरसात में डायरिया के मामले तेजी से बढ़ते हैं. रोजाना करीब आधा दर्जन बच्चे अस्पताल पहुंच रहे हैं. मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ बलराम झा ने कहा कि उनके ओपीडी में भी प्रतिदिन कई मरीज आ रहे हैं. इसमें से कुछ को भर्ती करना पड़ा है.

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