जमशेदपुर में आयकर विभाग का सर्वे, 20 करोड़ से अधिक के अघोषित कारोबार का लगा पता

अधिकारियों ने जमशेदपुर के जीएचसी ग्रुप और सनराइज ग्रुप के व्यापारिक प्रतिष्ठानों में सर्वे शुरू किया गया. जीएनसी ग्रुप मार्बल सहित दूसरी कीमती पत्थरों का व्यापार करता है

By Prabhat Khabar | March 16, 2023 10:08 AM

आयकर विभाग को जमशेदपुर के दो व्यापारिक प्रतिष्ठानों में सर्वे के दौरान हवाला के सहारे लेन-देन के सबूत मिले. अब तक 20 करोड़ रुपये से अधिक के अघोषित कारोबार का भी पता चला. विभाग द्वारा पिछले एक साल के अंदर किया जानेवाला यह पहला सर्वे है. आयकर विभाग ने हजारीबाग के भंडारी ग्रुप के प्रतिष्ठानों में भी सर्वे शुरू किया. भंडारी ग्रुप पशु आहार बनाने के कारोबार से जुड़ा है. इसी ग्रुप ने कांके में चिरंजीवी स्कूल भी खोला है. अधिकारियों का दल स्कूल में भी सर्वे कर रहा है.

अधिकारियों ने बुधवार को जमशेदपुर के जीएचसी ग्रुप और सनराइज ग्रुप के व्यापारिक प्रतिष्ठानों में सर्वे शुरू किया गया. जीएनसी ग्रुप मार्बल सहित दूसरी कीमती पत्थरों का व्यापार करता है. सनराइज ग्रुप भवन निर्माण से संबंधित सामग्री का व्यापार करता है. सर्वे के दौरान दोनों ही प्रतिष्ठानों द्वारा व्यापारिक गतिविधियों को छिपाने के मामले पकड़ में आये हैं.

इन प्रतिष्ठानों की जांच के दौरान 20 करोड़ रुपये से अधिक के अघोषित कारोबार का पता चला है. दोनों प्रतिष्ठानों में वास्तविक स्टॉक और स्टॉक रजिस्टर में दर्ज ब्योरे में भारी अंतर पाया गया है. स्टॉक में पाये गये भारी अंतर के आधार पर अघोषित व्यापारिक गतिविधियों की राशि और अधिक होने की उम्मीद जतायी जा रही है. अधिकारियों का दल इससे संबंधित दस्तावेजों की जांच कर रहा है.

प्रश्नपत्र लीक मामले में चार पुलिस अधिकारी निलंबित

सिपाही व हवलदार से एएसआइ में प्रोन्नति को लेकर हुई परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हो गया था. इस मामले को पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता से लेते हुए नेतरहाट में पदस्थापित एक इंस्पेक्टर समेत तीन दारोगा को निलंबित कर दिया है. प्रश्नपत्र लीक होने के बाद परीक्षा दे रहे सिपाही व हवलदार नकल करने लगे थे. बर्मामाइंस स्थित ट्रैफिक ट्रेनिंग स्कूल में नकल करते 28 सिपाही व हवलदार को केंद्राधीक्षक डीएसपी जयश्री कुजूर ने पकड़ा था.

पकड़े जाने के बाद उन लोगों ने हंगामा किया था. नकल करते पकड़े गये सिपाही व हवलदार को परीक्षा में फेल करते हुए उन पर विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गयी है. पुलिस मुख्यालय पूरे मामले की जांच कर रहा है. छह माह के प्रशिक्षण के बाद फरवरी 15 से 22 तक इनडोर और 23 से 27 फरवरी तक आउटडोर परीक्षा ली गयी थी. इसमें राज्य के चार हजार सिपाही शामिल हुए थे.

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