Jamshedpur News : घाटशिला में चुनाव प्रचार के लिए हैलीकॉप्टर उतारना है, तो चुकाना होगा किराया

Jamshedpur News : घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में नेताओं की रैलियों और सभाओं के लिए हेलीकॉप्टर उतारने का इंतजाम अब प्रशासन की देखरेख में होगा.

By RAJESH SINGH | October 17, 2025 1:17 AM

दो तरह के हेलीपैड बनेंगे : कम सुविधा वाले का 15,242 और अधिक सुविधा वाले 35,637 रुपये किराया लेगा प्रशासन

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घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में नेताओं की रैलियों और सभाओं के लिए हेलीकॉप्टर उतारने का इंतजाम अब प्रशासन की देखरेख में होगा. जिला प्रशासन ने राजनीतिक दलों को स्पष्ट कर दिया है कि हेलीपैड बनाने और उसके इस्तेमाल के लिए उन्हें शुल्क चुकाना होगा. सियासी दलों की सूचना पर भवन निर्माण विभाग हेलीकॉप्टर उतारने के लिए अस्थायी हेलीपैड बनायेगा. दो तरह के हेलीपैड तैयार किये जायेंगे. एक हेलीपैड में बैरिकेडिंग के साथ ही सारी सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जो महंगी होगी. इसके अलावा, बिना बैरिकेडिंग वाले हेलीपैड भी तैयार किये जायेंगे. बिना बैरिकेडिंग वाला हेलीपैड सस्ता होगा. बैरिकेडिंग के साथ बनने वाले हेलीपैड के लिए राजनीतिक दलों को 35,637 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. इसमें हेलीपैड का शुल्क 27, 937 रुपये, जबकि एंबुलेंस के लिए 1500 रुपये और अग्निशमन दल के लिए 6200 रुपये प्रति छह घंटा के हिसाब से लिया जायेगा. बिना बैरिकेडिंग वाले हेलिपैड के लिए 15,242 रुपये लिये जायेंगे. इसमें हेलीपैड का 7542 रुपये शुल्क है. एंबुलेंस के लिए 1500 रुपये और अग्निशमन दल के लिए प्रति छह घंटे 6200 रुपये का शुल्क इसमें शामिल है. किसी सभा में छह घंटे से अधिक का समय लग रहा है, तो अग्निशमन दल का शुल्क अलग से लिया जायेगा.

कोई राजनीतिक दल किसी निजी जमीन पर हेलीपैड बनवाना चाहता है, तो उसे जमीन के मालिक से एनओसी लेनी होगी, जमीन का किराया सियासी दल ही भुगतान करेगा. सरकारी जमीन पर हेलीपैड बनाने से पहले सियासी दल को प्रशासन से अनुमति लेनी होगी. इसका पैसा जमा करा कर रसीद उपलब्ध करानी होगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई पूरी होगी.

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