Jamshedpur News : घाटशिला : नौकरी का झांसा देकर ठगी मामले में चार गिरफ्तार, कार्यालय सील, संचालक फरार

नौकरी दिलाने, दवा बेचने कर रुपये कमाने और युवक-युवतियों को बंधक बनाकर मारपीट और ठगी करने वाले एमएस रिया इंटरप्राइजेज (रॉयल हेल्थ इंडिया) कंपनी के चार सदस्यों को घाटशिला व मऊभंडार पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

By RAJESH SINGH | August 28, 2025 1:09 AM

गिरफ्तार लोगों में तीन बिहार के और एक स्थानीय, पुलिस कर रही पूछताछ

गोविंदपुर के भोला बागान में भी पुलिस ने की छापेमारी, 100 से ज्यादा युवाओं का किया रेस्क्यू

Jamshedpur News :

नौकरी दिलाने, दवा बेचने कर रुपये कमाने और युवक-युवतियों को बंधक बनाकर मारपीट और ठगी करने वाले एमएस रिया इंटरप्राइजेज (रॉयल हेल्थ इंडिया) कंपनी के चार सदस्यों को घाटशिला व मऊभंडार पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार होने वालों में रोमेंट कुमार, मोहन कुमार राणा, शिवम कुमार सिंह और कुलदीप सिंह शामिल हैं. पुलिस ने उनके अधीन बंधक बने 179 युवाओं को मुक्त भी कराया है. कंपनी का मुख्य सरगना अब भी फरार है. जिसकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है. उक्त जानकारी ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग ने संवाददाता सम्मेलन में दी. बुधवार को एसएसपी कार्यालय के सभागार में जानकारी देते हुए ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग ने बताया कि तीन दिन पूर्व उनके कार्यालय में आकर एक पीड़ित युवा ने सूचना दी थी कि उन लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर 25000 रुपये लेकर बुलाया गया. उसके बाद उन लोगों को बंधक बनाकर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. उन लोगों पर चेन मार्केटिंग करने और दवा बेचने का दबाव बनाया जा रहा है. सूचना मिलने के बाद ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग ने टीम का गठन कर सूचना के आधार पर घाटशिला के लालडीह फाटक के समीप स्थित कंपनी के कार्यालय में छापेमारी की. पुलिस ने वहां से स्टांप पेपर, कागजात आदि जब्त की. साथ ही कंप्यूटर रूम समेत 4 कमरों को सील कर दिया. छापेमारी में पुलिस टीम के साथ घाटशिला थाना प्रभारी बंश नारायण सिंह, मऊभंडार ओपी प्रभारी पंकज कुमार, एसआई पंकज कालिंदी, मनोज मरांडी, एएसआई असगर अली समेत बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारी और जवान मौजूद थे.

यह है पूरा मामला

पुलिस ने बताया कि एमएस रिया इंटरप्राइजेज (रॉयल हेल्थ इंडिया) बना कर युवाओं को नौकरी देने का झांसा दिया जाता है. नौकरी देने के नाम पर पहले उन लोगों से 10 हजार रुपये पंजीकरण के नाम पर लेते थे. उसके बाद 15 हजार रुपये और लिया जाता था. इसके बदले में उन्हें अपने द्वारा दो लोगों को जोड़ने को कहा जाता था. साथ ही उन लोगों को कुछ दवाईयां दी जाती थी और उन्हें बेचकर कमीशन लेने को कहा जाता था. लेकिन दवाईयां बेचने के लिए उन लोगों को बाहर नहीं निकलने दिया जाता था. विरोध करने पर उनकी पिटाई भी की जाती थी. आरोपियों ने युवाओं से वादा किया था कि उन्हें 20-25 हजार रुपये मासिक मानदेय, रहने और खाने की सुविधा दी जायेगी. लेकिन उन लोगों को एक रुपया भी नहीं दिया गया, न ही नौकरी लगी. घर जाने की बात करने पर कंपनी प्रबंधन कहता था कि नया सदस्य जोड़ो, तब घर जा सकते हो. विरोध करने पर धमकाया और मारपीट तक की जाती थी. जानकारी मिलने पर पुलिस ने छापेमारी की. इसके बाद घाटशिला में किराये के मकान में रह रहे कुल 179 युवक-युवतियों का रेस्क्यू किया गया. जिसमें बिहार, छतीसगढ़, ओडिशा, यूपी और झारखंड के विभिन्न शहरों के युवा-युवती शामिल हैं.

गाेविंदपुर के भोला बागान में भी हुई छापेमारी, दर्जनों लोगों पर केस दर्ज

जमशेदपुर

. वहीं दूसरी ओर इसी मामले में गोविंदपुर पुलिस ने भी भोला बागान में संचालित बीएमसी कंपनी के कार्यालय में छापेमारी की. मंगलवार की देर रात से शुरू इस छापेमारी में बुधवार को करीब 100 से ज्यादा युवाओं का रेस्क्यू किया गया. इस मामले में पुलिस ने पीड़ित सच्चिदानंद कुमार के बयान पर राहुल कुमार रंजन, अनिल कुमार, कृष्णा कुमार महतो, मो. नौशाद, अरविंद कुमार यादव, प्रकाश कुमार, राजू यादव, रौशन कुमार, दीपक कुमार यादव, संतोष सक्सेना व अन्य के खिलाफ नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने बताया कि भोला बागान में स्थित बीएमसी कंपनी के दो सदस्यों कृष्णा और नौशाद को देवघर के मधुपुर भेजा गया था. जहां काम के दौरान दोनों के बीच मारपीट हो गयी. उसके बाद कृष्णा वापस जमशेदपुर आ गया. लेकिन काम में विवाद होने के कारण पीड़ित लड़के भी वापस आने लगे. यहां लड़कों को बंधक बना लिया गया था. विरोध करने पर उनके साथ मारपीट भी की जाती थी. शिकायत मिलने के बाद छापेमारी कर लड़कों का रेस्क्यू किया गया.

डीएसपी सिटी सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि युवाओं को नौकरी का झांसा देकर उनसे 25000 रुपये की ठगी की जा रही थी. सूचना के आधार पर छापेमारी की गयी. कंपनी का सरगना फिलहाल फरार है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. इस मामले में अब कई पीड़ित सामने आ रहे हैं. उनसे मिली जानकारी के आधार पर छापेमारी की जा रही है.

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