Jamshedpur : देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI की 55 एटीएम से छेड़छाड़!

झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला मुख्यालय जमशेदपुर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की 55 एटीएम की जांच चल रही है. पता चला है कि इन एटीएम में साइबर क्रिमिनल्स ने सेंध लगा दी है.

By AmleshNandan Sinha | March 8, 2020 7:41 PM

जमशेदपुर : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला मुख्यालय जमशेदपुर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की 55 एटीएम की जांच चल रही है. पता चला है कि इन एटीएम में साइबर क्रिमिनल्स ने सेंध लगा दी है. इन्होंने एटीएम में एटीएम कार्ड रीडर लगा दिये हैं, जो एटीएम कार्ड की क्लोनिंग करता है. इसका खुलासा होने के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से देश की तमाम प्रमुख शाखाओं में ऐसी घटना की सूचना दी गयी है. उन्हें सतर्क रहने को कहा गया है. बैंकों से कहा गया है कि जो दो एटीएम रीडर कदमा और हाता से चुराये गये हैं, उन्हें कहीं भी लगाया जा सकता है.

शनिवार को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों के साथ बिष्टूपुर स्थित साइबर थाना में जिला पुलिस की बैठक हुई. बैठक में एसबीआई के प्रबंधक सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे. इसमें वे भी लोग थे, जिन्हें बिष्टुपुर पुलिस ने तलब किया है. बैठक में उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गयी.

पुलिस ने इनसे 29 फरवरी से पांच मार्च तक पांच एटीएम में जितने भी कार्ड डाले गये, उनका विवरण मांगा गया है. इसके अलावा उन्हें निर्देश दिया गया है कि सभी एटीएम का लॉक बदला जाए और नयी तकनीक वाला लॉक लगाया जाए. एटीएम में ऐसी व्यवस्था की जाए कि लॉक खोलने की स्थिति में सायरन बजने लगे. इसका अलर्ट अलार्म पुलिस को भी मिले. एटीएम से छेड़छाड़ किए जाने पर इसके ऑटोमेटिक लॉक हो जाने की भी प्रक्रिया अपनाई जाए. बैठक में बैंक के अधिकारियों से कहा गया है कि जितनी भी एटीएम हैं, उन सभी में गार्ड की तैनाती हो. साथ ही बैंक से जुड़ी दो निजी एजेंसी बीएलए और टीओएम के सभी लोगों का विवरण और वे क्या काम करते हैं, इसकी जानकारी मांगी गयी है.

इधर, एटीएम क्लोनिंग करने वाले गिरोह का पता लगाने के लिए पुलिस ने तीन टीमों का गठन किया है. यह टीम अलग-अलग स्तर पर काम कर रही है. पहला स्तर बैंक से विवरण प्राप्त करना, सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों का पता लगाना है. दूसरी टीम देश के विभिन्न स्थानों में इस मोडस अपरेंडी पर किस-किस गिरोह ने काम किया है, इसकी जानकारी लेनी है. तीसरी टीम अब तक के साइबर अपराधी जिन्हें पकड़ा गया है, उनका नेटवर्क वर्तमान में कैसा है, इसका विवरण एकत्रित करेगी और मामले में तकनीकी रूप से अपराधियों तक पहुंचने का प्रयास होगा. एटीएम कार्ड क्लोनिंग में देवघर और जामताड़ा की टीम के होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. पुलिस को प्रारंभिक जांच में जो पता चला है, उसमें इस गिरोह द्वारा कोलकाता से भी संपर्क किया गया है.

यह थी घटना

साइबर अपराधियों ने शहर की पांच एटीएम शास्त्री नगर कदमा रोड नंबर 2, एनएच 33 पारडीह सिटी इन होटल, राजेंद्र नगर शीतला मंदिर साकची, विजया गार्डन बारीडीह और मानगो गांधी मैदान में अपना रीडर लगा लिया था. इसके बाद उनमें जितने लोगों ने कार्ड से रुपये निकाले थे, उसका क्लोन बना लिया और 23 लोगों के खाते से 4.39 लाख रुपये निकाल लिये. जब सभी मामले इन पांचों एटीएम के मिले तो पुलिस ने जांच की. इस दौरान इन एटीएम में साइबर अपराधियों द्वारा प्लांट किया गया कार्ड रीडर मिला. इन्हीं अपराधियों ने कदमा और हाता के दो एसबीआई एटीएम से स्लॉट ही चुरा लिया है, जिनको वे एसबीआई की किसी भी शाखा में लगाकर घटना को अंजाम दे सकते हैं.

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