सरकारी बॉडीगार्ड व जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी के लिए बिल्डर ने खुद पर चलवायी थी गोली, सरायकेला पुलिस ने किया खुलासा

Jharkhand News, Jamshedpur News, Adityapur, Seraikela News, Firing on Builder: सरायकेला/आदित्यपुर : सरकारी बॉडीगार्ड व जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी के लिए आदित्यपुर में एक बिल्डर ने खुद पर गोली चलवायी थी. इसके लिए उसने अपराधियों को पैसे दिये थे. सरायकेला-खरसावां की पुलिस ने इसका खुलासा करते हुए बिल्डर संजय मोहंती, उसके साला, ड्राइवर और चार अन्य अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. रविवार (26 जुलाई, 2020) को पुलिस ने आदित्यपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह जानकारी दी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2020 8:53 PM

सरायकेला/आदित्यपुर : सरकारी बॉडीगार्ड व जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी के लिए आदित्यपुर में एक बिल्डर ने खुद पर गोली चलवायी थी. इसके लिए उसने अपराधियों को पैसे दिये थे. सरायकेला-खरसावां की पुलिस ने इसका खुलासा करते हुए बिल्डर संजय मोहंती, उसके साला, ड्राइवर और चार अन्य अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. रविवार (26 जुलाई, 2020) को पुलिस ने आदित्यपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह जानकारी दी.

सरायकेला-खरसावां के एसपी मोहम्मद अर्शी ने बताया कि 18 जुलाई की शाम को आदित्यपुर थाना अंतर्गत मंगलम सिटी के पास बिल्डर संजय मोहंती पर जो फायरिंग हुई थी, उसकी पूरी साजिश बिल्डर ने खुद रची थी. एसपी ने बताया कि बिल्डर संजय मोहंती ने सरकारी बॉडीगार्ड व अपने दुश्मनों को फंसाने के लिए यह साजिश रची थी.

पुलिस ने अनुसंधान करते हुए बिल्डर संजय मोहंती के अलावा उसके साला शंकर कुंवर, ड्राइवर संतोष चौहान, अपराधी चांद कुमार नायक, अजय मंडल, अमित पाल व शंकर पाल को गिरफ्तार कर लिया. फायरिंग की शिकायत मिलने पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए एसडीपीओ राकेश रंजन के नेतृत्व में टीम गठित कर मामले की जांच शुरू की गयी थी.

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एसपी ने बताया कि संजय मोहंती जमीन का कारोबार करता है. वह जमीन का प्लॉट डेवलप करके उसकी खरीद-बिक्री का काम करता है. इसी क्रम में आसांगी के अशोक प्रधान, संजय प्रधान व उसके भाइयों से जमीन व पैसे को लेकर उसका विवाद हो गया. जमीन को लेकर पूर्व का पावर ऑफ अटर्नी रद्द कर दिया गया. इसकी वजह से जमीन पर कब्जा व पैसा लौटाने को लेकर कई ग्राहकों का संजय पर दबाव था.

दरअसल, संजय मोहंती ने आरआइटी थाना क्षेत्र के कृष्णापुर के पास वर्ष 2009 में साढ़े तीन एकड़ जमीन की प्लॉटिंग कर फर्जी तरीके से कई लोगों को बेच दी थी. इस जमीन को पहले वर्ष 2007 में एक उद्यमी ने खरीदी थी. जमीन का म्यूटेशन उनके नाम पर हो चुका था. जमीन विवाद को लेकर उद्यमी कोर्ट की शरण में चले गये. अंतत: उनकी जीत हुई. बाद में जिन लोगों ने जमीन खरीदी थी, उन्होंने संजय पर दबाव बनाना शुरू कर दिया.

एसपी ने बताया कि इसी दबाव में आकर संजय मोहंती ने अपने साला शंकर कुंवर, ड्राइवर संतोष चौहान के साथ मिलकर एक साजिश रची. सोचा कि अगर शूटर से अपनी गाड़ी पर फायरिंग करा दी जाये, तो सरकारी बॉडीगार्ड मिल जायेगा. अशोक प्रधान तथा संजय प्रधान को आसानी से फंसाकर जेल भिजवाया जा सकेगा. इसके बाद केस वापस लेने के नाम पर अपनी इच्छा से डील कर लेगा. फिर से पावर ऑफ अटॉर्नी ले लेगा.

साजिश के तहत खर्च किये 2.10 लाख रुपये

बिल्डर संजय ने साजिश के तहत अपने साला शंकर कुंवर को 60 हजार रुपये व स्टाफ शंकर पाल को 1.50 लाख रुपये देकर शूटर से गाड़ी पर फायरिंग करवायी. शंकर पाल ने सातबोहनी (गम्हरिया) के अमित पाल से संपर्क कर उसको 1.50 लाख रुपये दिये. अमित ने अपने साथी शूटर चांद कुमार नायक उर्फ मासा से संपर्क किया.

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योजना के तहत नियत तिथि व समय पर चांद कुमार नायक ने अपने साथी शूटर अजय कुमार मंडल के साथ मिलकर पल्सर मोटरसाइकिल से मंगलम सिटी के पास संजय मोहंती की गाड़ी पर चार राउंड फायरिंग की. एसपी ने बताया कि मामले की जांच करते हुए पुलिस ने कांड में प्रयुक्त बाइक, हथियार तथा कारतूस से साथ ही दिये गये पैसों में से 15,170 रुपये भी बरामद किये.

बिल्डर और उसके साथियों का है अपराधिक इतिहास

संजय मोहंती और उसके साथियों का अपराधिक इतिहास रहा है. संजय पर वर्ष 2016 में कोलाबिरा के एक युवक पर जान मारने की नीयत से मारपीट करने की प्राथमिकी दर्ज है. इसके अलावा जिले के विभिन्न थानों में भी इसके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. शंकर कुंवर पर आदित्यपुर थाना में ही पांच मामले दर्ज हैं. इस पर आर्म्स एक्ट, लूट, हत्या, रंगदारी, मारपीट सहित कई मामले दर्ज हैं. अपराधी चांद नायक पर भी कांड्रा थाना में एक मामला दर्ज है.

Posted By : Mithilesh Jha

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