हेल्थ बुलेटिन एडवांस . डॉ. प्रभाकर यादव, नेफ्रोलॉजिस्ट असंपादित

डॉ. प्रभाकर यादव, नेफ्रोलॉजिस्टअनकंट्रोल डायबटिज के कारण डायबटिज नेफ्रोलॉजिस्टलाइफ रिपोर्टर@जमशेदपुर डायबटिज नेफ्रोलॉजिस्ट की बीमारी उस वक्त होती है जब मरीज के शरीर का डायबटिज अनकंट्रोल हो जाता है. इस बीमारी के होने से देखा गया है कि मरीज के पैर में सूजन आ जाता है, पेशाब के रास्ते से प्रोटीन का रिसाव होता है, शरीर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2015 2:03 AM

डॉ. प्रभाकर यादव, नेफ्रोलॉजिस्टअनकंट्रोल डायबटिज के कारण डायबटिज नेफ्रोलॉजिस्टलाइफ रिपोर्टर@जमशेदपुर डायबटिज नेफ्रोलॉजिस्ट की बीमारी उस वक्त होती है जब मरीज के शरीर का डायबटिज अनकंट्रोल हो जाता है. इस बीमारी के होने से देखा गया है कि मरीज के पैर में सूजन आ जाता है, पेशाब के रास्ते से प्रोटीन का रिसाव होता है, शरीर में क्रिएटिमिन का लेवल बढ़ जाता है, भूख कम लगने लगती है, पेशाब कम होता है, शरीर में थकावट का एहसास होता है. इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति में सामान्य तौर पर इसी प्रकार के लक्षण दिखायी देते हैं. शरीर में इस प्रकार के लक्षण दिखायी दे तो जरुरी है कि डॉक्टरी सलाह ली जाए. इस बीमारी से बचाव की बात की जाए तो लोगों को कोशिश करना चाहिए कि शरीर में डायबटिज के लेवल को कंट्रोल में रखा जाए, वजन को कम रखा जाए, खाने पीने पर ध्यान दिया जाए व डायबटिज के मरीजों को नमक का सेवन ना किया जाए साथ ही रेगुलर एक्सरसाइज करने की आवश्यकता होती है. बीमारी- डायबटिज नेफ्रोलॉजिस्ट लक्षण- मरीज के पैर में सूजन आ जाता है, पेशाब के रास्ते से प्रोटीन का रिसाव होता है, शरीर में क्रिएटिमिन का लेवल बढ़ जाता है, भूख कम लगने लगती है, पेशाब कम होता है, शरीर में थकावट का एहसास होता है. उपाय- लोगों को कोशिश करना चाहिए कि शरीर में डायबटिज के लेवल को कंट्रोल में रखा जाए, वजन को कम रखा जाए, खाने पीने पर ध्यान दिया जाए व डायबटिज के मरीजों को नमक का सेवन ना किया जाए साथ ही रेगुलर एक्सरसाइज करने की आवश्यकता होती है.