झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 : नामाकंन के बाद आवास पहुंचे रघुवर ने कहा, एक लाख की मार्जिन से जीतेंगे

जमशेदपुर : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में भाजपा की स्थायी सरकार ने विकास, सुशासन आैर भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने का काम किया. गांव और शहर के बीच की खाई काे पाटने का काम किया. हर किसी काे उसका हक दिलाया. इसी के भराेसे वे दावे के साथ कह सकते हैं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 19, 2019 5:54 AM
जमशेदपुर : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में भाजपा की स्थायी सरकार ने विकास, सुशासन आैर भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने का काम किया. गांव और शहर के बीच की खाई काे पाटने का काम किया. हर किसी काे उसका हक दिलाया. इसी के भराेसे वे दावे के साथ कह सकते हैं कि भाजपा अबकी बार 65 पार करेगी. काेल्हान की सभी 14 सीटाें पर पार्टी प्रत्याशी विजयी हाेंगे. कहा कि इस बार भी जीतेंगे और जीत का मार्जिन एक लाख से अधिक हाेगा. साेमवार काे जमशेदपुर पूर्वी से नामांकन दाखिल करने के बाद अपने एग्रिकाे स्थित आवास पर पत्रकाराें से बातचीत कर रहे थे.
आंदोलनकारियों को सरकार ने सम्मान दिया
मुख्यमंत्री ने कहा इस प्रदेश में बाप-बेटा मुख्यमंत्री बने, लेकिन आंदाेलनकारियाें की सुधि नहीं ली. झारखंड अलग राज्य आंदाेलन में हजारों लोगों ने अपनी जवानी कुर्बान कर दी. उन्हें भाजपा की सरकार ने सम्मान दिया. गांव के माझी-परगना, डकुवा काे सरकार ने प्राेत्साहन राशि देकर सम्मान दिया.
सरयू की चुनौती
86 बस्तियाें काे मालिकाना देने में काेई बाधा नहीं
जमशेदपुर. मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ जमशेदपुर पूर्वी सीट से भाजपा के बागी प्रत्याशी मंत्री सरयू राय ने कहा कि दिल्ली की तर्ज पर 86 बस्तियाें काे मालिकाना हक देने में काेई सीएनटी एक्ट बाधक नहीं है. बाधा थी ताे 2005 में टाटा लीज एरिया से 86 बस्तियाें काे बाहर क्याें किया गया? नामांकन के बाद सोमवार को बिष्टुपुर स्थित आवासीय कार्यालय में पत्रकाराें से सरयू राय ने कहा कि झारखंड सरकार के पांच साल बदनुमा रहे हैं.
कंबल घाेटाले की जांच नहीं करायी. हाइकाेर्ट में राज्य सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार की 21 पीअाइएल दायर हैं. कहा कि वे चुनाव में जनता के प्रत्याशी हैं. जमशेदपुर पश्चिम में उन्हाेंने एक भी घर टूटने नहीं दिया, अब पूर्वी में भी एक भी घर नहीं टूट पायेगा. 86 बस्तियाें में रहनेवाले गरीबाें का मकान नहीं टूटे अाैर मालिकाना हक मिले इसकी लड़ाई तेज हाेगी.

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