झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 : मृगेंद्र के बाद सरयू दूसरे हैवीवेट जनप्रतिनिधि, जिनका कटा टिकट

जमशेदपुर : जमशेदपुर पश्चिम सीट से 1980-2000 तक लगातार पांच चुनाव लड़ने वाले मृगेंद्र प्रताप सिंह की तरह ही 2005-2014 तक लगातार तीन चुनाव लड़नेवाले सरयू राय का भाजपा ने टिकट काट दिया है. एमपी सिंह अाैर सरयू राय दाेनाें ही अपने-अपने कार्यक्षेत्र में हैवीवेट जनप्रतिनिधि रहे हैं. झारखंड बनने के बाद एमपी सिंह वित्तमंत्री […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 18, 2019 7:32 AM
जमशेदपुर : जमशेदपुर पश्चिम सीट से 1980-2000 तक लगातार पांच चुनाव लड़ने वाले मृगेंद्र प्रताप सिंह की तरह ही 2005-2014 तक लगातार तीन चुनाव लड़नेवाले सरयू राय का भाजपा ने टिकट काट दिया है. एमपी सिंह अाैर सरयू राय दाेनाें ही अपने-अपने कार्यक्षेत्र में हैवीवेट जनप्रतिनिधि रहे हैं.
झारखंड बनने के बाद एमपी सिंह वित्तमंत्री और विधानसभाध्यक्ष तक बनाये गये, लेकिन एक झटके में उनका टिकट काट दिया गया. उनके स्थान पर सरयू राय काे 2005 में पार्टी ने प्रत्याशी बनाया. सरयू राय ने उस चुनाव में जीत हासिल की. लेकिन 2009 का चुनाव हार गये. पुन: 2014 का चुनाव जीते. उन्हें रघुवर दास के नेतृत्व में बनी सरकार में मंत्री पद दिया गया.
लेकिन 2019 के चुनाव में उनका टिकट काट दिया. सरयू राय का टिकट काटे जाने पर भाजपा से जुड़े लोग इसे कॉमन मान रहे हैं. एमपी सिंह ने 2005 में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर राजद से चुनाव लड़ा. उस चुनाव में वे चाैथे नंबर पर रहे, उन्हें 5,588 मत मिले. एमपी सिंह ने जमशेदपुर पश्चिम से भाजपा के टिकट पर पांच चुनाव लड़े थे, जिसमें उन्हें तीन बार जीत आैर दाे बार हार का सामना करना पड़ा. भाजपा के टिकट पर सरयू राय तीन बार चुनाव लड़े, जिसमें दाे बार जीत हासिल की.

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