जमशेदपुर : पलामू के डॉन सुजीत का करीबी मोनू गिरफ्तार

रंगदारी मांगने के दौरान मोबाइल कॉल के अलावा वाट्सएप पर वीडियो कॉल भी करता था मोनू जमशेदपुर. पलामू के डॉन सुजीत कुमार सिन्हा के करीबी मोनू उर्फ आकाश राय को बिष्टूपुर में पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. वह किसी काम से कोर्ट गया था. कोर्ट से लौटने के दौरान ही पुलिस ने गुप्त […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 20, 2019 2:37 AM
रंगदारी मांगने के दौरान मोबाइल कॉल के अलावा वाट्सएप पर वीडियो कॉल भी करता था मोनू
जमशेदपुर. पलामू के डॉन सुजीत कुमार सिन्हा के करीबी मोनू उर्फ आकाश राय को बिष्टूपुर में पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. वह किसी काम से कोर्ट गया था. कोर्ट से लौटने के दौरान ही पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बिष्टुपुर के वोल्टास बिल्डिंग के पास गिरफ्तार किया. इससे पूर्व पुलिस ने सुजीत सिन्हा की पत्नी सोनी उर्फ रिया सिन्हा उर्फ सोनम और उसके साले बिट्टू कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
उक्त जानकारी शनिवार कोएसएसपी अनूप बिरथरे ने संवाददाता सम्मेलन में दी. शनिवार को जानकारी देते हुए एसएसपी ने बताया कि मोनू कई दिनों से फरार था. जिसे पुलिस खोज रही थी. वह मूल रूप से पलामू मेदनी नगर बाइपास रोड का का रहने वाला है. वर्तमान में रांची के डोरंडा सतभामा अपार्टमेंट के डी ब्लॉक में रहता था.
प्रमुख सहयोगी है मोनू
मोनू उर्फ आकाश राय, सुजीत सिन्हा गिरोह का प्रमुख सदस्य है. पलामू के व्यापारियों से रंगदारी मांगने में मेन काम करता था. मोनू सुजीत सिन्हा के लिए घाघीडीह जेल में भी कई व्यवस्था देखता है.पुलिस ने बताया कि आकाश के खिलाफ परसुडीह थाना में केस दर्ज है. इसके अलावा भी उस पर कई केस दर्ज है.
सुजीत सिन्हा के लिए रंगदारी वसूलने का काम करता है मोनू
पुलिस ने बताया कि मोनू घाघीडीह जेल में बंद सुजीत सिन्हा के लिए रांची से ही रंगदारी वसूलने का काम करता था. 16 से 25 दिसंबर के बीच पलामू और उसके आसपास के कोलवरी के बड़े व्यापारियों और ठेकेदारों से रंगदारी मांगी थी. वह सरगना सुजीत से वाट्सएप पर वीडियो कॉल भी करता था. पुलिस ने बताया कि जिस मोबाइल फोन सिम का इस्तेमाल सुजीत सिन्हा ने किया था, वह नंबर कोवाली थाना क्षेत्र के अमलाटोला बड़ा तिलाईझोर निवासी प्रेम कुमार धीर के रजिस्टर्ड है.
छानबीन के दौरान जानकारी मिली कि वह सिम सचिन के पास है. सचिन घाघीडीह जेल बंद है. सचिन ने बताया कि उसने सुजीत सिन्हा गिरोह को 12 सिम कार्ड दिए थे, जिससे गिरोह के सदस्य रंगदारी वसूलने का काम करता है.

Next Article

Exit mobile version