30 हजार के लिए काट दिया था दादी का गला

जमशेदपुर : बालीगुमा के न्यू ग्रीन सिटी गुलमोहर अपार्टमेंट में रहने वाली ए शकुंतला देवी (80) की फ्लैट में हत्या बिरसानगर लोयाेला बीएड कॉलेज के समीप आवसन अपार्टमेंट में रहने वाले दो पोते ने अपने दोस्त के साथ मिलकर की थी. पुलिस ने दोनों पोते हर्षित नायडू, निखिल नायडू और दोस्त गोविंदपुर कामधेनु अपार्टमेंट में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 19, 2018 5:30 AM
जमशेदपुर : बालीगुमा के न्यू ग्रीन सिटी गुलमोहर अपार्टमेंट में रहने वाली ए शकुंतला देवी (80) की फ्लैट में हत्या बिरसानगर लोयाेला बीएड कॉलेज के समीप आवसन अपार्टमेंट में रहने वाले दो पोते ने अपने दोस्त के साथ मिलकर की थी. पुलिस ने दोनों पोते हर्षित नायडू, निखिल नायडू और दोस्त गोविंदपुर कामधेनु अपार्टमेंट में रहने वाले संदीप उर्फ नीलकंठन नायर को गिरफ्तार किया है.
तीनों को बारीपदा के पास एसबीआइ बैंक के सामने जिला पुलिस ने ओड़िशा पुलिस की सहयोग से पकड़ा. तीनों भाड़े की इंडिगो कार से ओड़िशा के मयूरभंज होते हुए पुरी की ओर जा रहे थे. जानकारी के अनुसार ओला में कार चलवाने के लिए हर्षित ने दादी से 30 हजार रुपये मांगे थे. दोनों की आर्थिक स्थिति खराब है, बीच-बीच में दोनों इलाज व खर्च के लिए भी दादी से रुपये मांगते थे.
पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल जेन कार समेत अन्य सामान भी बरामद कर लिया है. यह जानकारी एसएसपी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एसएसपी अनूप बिरथरे ने दी. इस मौके पर एसपी ग्रामीण अनुरंजन किस्पोट्टा, डीएसपी विजय महतो, एमजीएम थानेदार अरविंद कुमार भी मौजूद थे.
जिस से खरीदे थे आभूषण, उसी को बेचा. एसएसपी ने बताया कि 15 सितंबर को हर्षित अपने भाई निखिल के साथ दोपहर 1.30 बजे दादी के घर गया. वहां दोनों ने दादी से तीस हजार रुपये मांगे, नहीं देने पर हर्षित ने चाकू से दादी की हत्या कर दी. हत्या के बाद गले से सोने की चेन, कंगन लेकर फ्लैट से नीचे उतरा और फिर भाई निखिल (शारीरिक रूप से विकलांग) के साथ दोस्त संदीप के पास गया. संदीप ने हर्षित के खून लगे कपड़ों को धोया और फिर आभूषण को साढ़े तीन बजे बेचने के लिए बिष्टुपुर छगनलाल ज्वेलर्स पहुंचे.
दरअसल, ये जेवर इसी दुकान से खरीदे गये थे. हर्षित ने दुकानदार को मां की तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए चेन तथा कंगन को 72 हजार रुपये में बेच दिया. रुपये लेकर तीनों एक होटल में गये. वहां शराब पी. फिर एक दुकान से हर्षित ने कपड़े भी खरीदे. इसके बाद 12 हजार रुपये किराये पर पुरी जाने के लिए रुपये में गाड़ी बुकिंग करायी. इधर, दूसरे दिन दुकानदार ने अखबार में हत्या की खबर पढ़ी.
संदेह होने पर जेवर बेचने आये युवकों का फुटेज खंगाला और फिर फुटेज लेकर दुकानदार एसएसपी के समक्ष पहुंचे और युवकों द्वारा जेवर बेचने की जानकारी दी. इसके बाद पुलिस पोते की तलाश में जुट गयी. इस बीच पुलिस को पता चला कि दोनों ओड़िशा की तरफ भागे हैं. जिला पुलिस ने ओड़िशा पुलिस से संपर्क किया और तीनों को गिरफ्तार कर लिया.

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