बागबेड़ा में एक माह में तीसरी बार जला मोटर, जलापूर्ति ठप

जमशेदपुर : बागबेड़ा में फिर से पेयजल संकट पैदा हो गया है. यहां पिछले एक महीने में तीसरी बार मोटर खराब हुआ है. जब भी मोटर खराब हुआ, एक सप्ताह से पहले सही नहीं हो पाया. इसके मरम्मत पर हजारों रुपये खर्च किये गये, लेकिन नतीजा िसर्फ जलसंकट ही निकला. बागबेड़ा में रहने वाले 1100 […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 20, 2018 3:53 AM
जमशेदपुर : बागबेड़ा में फिर से पेयजल संकट पैदा हो गया है. यहां पिछले एक महीने में तीसरी बार मोटर खराब हुआ है. जब भी मोटर खराब हुआ, एक सप्ताह से पहले सही नहीं हो पाया. इसके मरम्मत पर हजारों रुपये खर्च किये गये, लेकिन नतीजा िसर्फ जलसंकट ही निकला. बागबेड़ा में रहने वाले 1100 से अधिक परिवारों के लिए जलापूर्ति का यही एक साधन है. कुछ इलाकाें में टैंकर से पानी सप्लायी होता है, लेकिन वह पर्याप्त नहीं है.
एक सप्ताह पूर्व भी मोटर जलने के कारण कॉलोनी में छह दिन तक जलापूर्ति ठप थी. अब लोग जलापूर्ति योजना को मुखिया के हाथाें से हटाकर पेयजल विभाग से संचालित कराने की मांग उठाने लगे है. शनिवार शाम तक मोटर की मरम्मत का काम चल रहा था. बताया जा रहा है कि रविवार शाम तक मोटर मरम्मत के बाद पानी की सप्लाई हो सकेगी. मोटर शुक्रवार की शाम को ही जल गया था.
नये मोटर को शीघ्र राइजिंग लाइन से जोड़ा जायेगा. बिष्टुपुर पंप हाउस में नये मोटर-पंप को शीघ्र की राइजिंग लाइन से जोड़ा जायेगा ताकि आपात स्थिति में उससे पानी की सप्लाई की जा सके. इसके लिए पेयजल विभाग ने अनुमति दे दी है.
क्या कहते हैं बागबेड़ा कॉलोनी वासी
मोटर जलने की समस्या का स्थायी निदान किया जाना चाहिए. एक पंप-मोटर स्टैंड बाय में रखना चाहिए. हर बार एक मोटर जलने से पूरी जलापूर्ति ठप हो जाती है, जिससे बड़ी आबादी प्रभावित होती है. यह समस्या खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है.
मोटर-पंप की खराबी रखरखाव का पार्ट है और इसके लिए पंचायत प्रतिनिधि जिम्मेदार हैं. फंड की कमी नहीं होने के बावजूद मोटर-पंप को रिपेयरिंग कराकर तैयार नहीं रखा जाता. मोटर खराब होने और पानी की सप्लाई बंद होने के दो दिन बाद लोग जागते है.

Next Article

Exit mobile version